
रेलवे प्रशासन ने देशभर में तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार वेरिफिकेशन को ओटीपी के माध्यम से अनिवार्य कर दिया है. एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की. उत्तर रेलवे के जम्मू मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक उचित सिंघल ने बताया कि 15 जुलाई से ऑनलाइन तत्काल बुकिंग के लिए आधार ओटीपी के जरिए वेरिफिकेशन करना आवश्यक होगा.
सिंघल ने इस बात पर जोर दिया कि ये संशोधन यात्रियों को तत्काल टिकटों तक निष्पक्ष और पारदर्शी पहुंच प्रदान करने, उनके हितों की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए किए गए हैं कि असली उपयोगकर्ता इस प्रणाली का लाभ उठा सकें.
यात्री बिना मोबाइल ओटीपी के सत्यापन के तत्काल टिकट प्राप्त नहीं कर सकेंगे. नई व्यवस्था के अनुसार, तत्काल टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप या भारतीय रेलवे के पीआरएस काउंटरों के माध्यम से की जा सकेगी.
अधिकारी ने बताया कि रेलवे की आरक्षण प्रणाली में टिकट बुकिंग केवल अधिकृत एजेंटों के माध्यम से ओटीपी प्राप्त करने के बाद ही संभव होगी. यह ओटीपी उपयोगकर्ता द्वारा बुकिंग के समय दिए गए मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा. सिंघल ने यह भी स्पष्ट किया कि तत्काल आरक्षण टिकट लेने वाले यात्रियों को अपने आधार नंबर से जुड़े सिम कार्ड वाला मोबाइल फोन साथ रखना अनिवार्य होगा.
भारतीय रेलवे ने यह स्पष्ट किया है कि बुकिंग विंडो के पहले 30 मिनट के दौरान बड़ी संख्या में टिकट बुकिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी. रेलवे के प्रवक्ता सिंघल ने बताया कि इस समयावधि में तत्काल टिकट बुक करने के लिए अधिकृत टिकट एजेंटों को प्रतिबंधित किया जाएगा, ताकि आरक्षण की शुरुआती अवधि में भीड़भाड़ को रोका जा सके.
यह प्रतिबंध एसी श्रेणियों के लिए सुबह 10 बजे से 10:30 बजे तक और गैर-एसी श्रेणियों के लिए सुबह 11 बजे से 11:30 बजे तक लागू रहेगा. रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे इन परिवर्तनों का ध्यान रखें और असुविधा से बचने के लिए सुनिश्चित करें कि उनकी प्रोफाइल उनके आधार नंबर से जुड़ी हो.