नई दिल्ली. एशिया कप में सूर्यकुमार यादव की कप्तान के रूप में सबसे बड़ी परीक्षा होगी। रोहित, विराट और जडेजा के बिना पहली बार भारतीय टीम बड़े टूर्नामेंट में चुनौती पेश करेगी। सूर्य के लिए सबसे बडा सिरदर्द अंतिम एकादश का चयन होगा। पिछले एक साल से जिस टीम के साथ वह उतर रहे थे उसमें बदलाव करना पड़ेगा।
गिल और बुमराह की छोटे प्रारूप में वापसी ने उनका काम मुश्किल कर दिया है। मंगलवार को टीम चयन के बाद चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा था कि हमारा काम अंतिम 15 का चुनना है। आगे का काम सूर्यकुमार का है। इस टूर्नामेंट के जरिए अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए टीम संयोजन की भी तैयारी शुरू होगी। अभिषेक के साथ गिल ओपनिंग करते हैं तो संजू किस क्रम पर खेलेंगे। अभिषेक दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं। वहीं तिलक दूसरे नंबर पर हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक तीसरे नंबर पर टीम को मजबूती देते हैं। अभिषेक और तिलक गेंदबाजी में भी मदद देते हैं।
सूर्य चौथे नंबर पर उतरते हैं। ऐसे में संजू को बाहर बैठना पड़ेगा। जितेश विकेटकीपर की भूमिका निभाएंगे। यह जितेश के लिए सुनहरा मौका होगा। उन्होंने आईपीएल में बेंगलुरु के लिए फिनिशर की भूमिका निभाई है। सूर्य को स्पिनरों को लेकर भी माथापच्ची करनी होगी। चक्रवर्ती और कुलदीप में से किसी एक को चुनना आसान नहीं होगा। अक्षर का खेलना तय है। वरुण पिछले एक साल से टीम को मुख्य स्पिनर रहे हैं। अगर कुलदीप और वरुण दोनों को मौका मिलता है तो बल्लेबाजी से समझौता करना होगा। कोच गौतम गंभीर ऑलराउंडरों पर दांव लगाते हैं।