मनोज बाजपेयी बॉलीवुड के टैलेंटेड एक्टर हैं। उन्होंने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्में और सीरीज दी हैं। अब मनोज ने हाल ही में बाकी एक्टर्स द्वारा यूज की जा रही पीआर मशीनरी पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि जैसे ही उन्हें लगता है कि उन्होंने सॉलिड परफॉर्मेंस दी है, किसी एक्टर को बेस्टर एक्टर या नेशनल क्रश का टैग दे दिया जाता है, पीआर स्टिंट के जरिए।
क्या बोले मनोज
ह्यूमन्स ऑफ सिनेमा से बात करते हुए मनोज ने कहा, ‘एक्टिंग को लेकर जितनी भ्रम है अब बढ़ा है न, वो इरिटेटिंग भी है, अजीब भी लगता है। वह फिर पियुष मिश्रा को पॉइंट करते हुए बोलते हैं कि यह इनके लिए अपमानजनक है, जो एक अभिनेता के रूप में ट्रेन्ड हुए हैं और कई सालों से एक्टिंग कर रहे हैं।’
अचानक बेस्ट एक्टर आ जाते हैं
उन्होंने आगे कहा, ‘ये मेरे लिए भी अपमानजनक है क्योंकि मैंने अपना सब कुछ दिया है इस क्राफ्ट के लिए और जो अचानक जो है, अगले दिन आप पढ़ते हो बेस्ट एक्टर। अचानक एक बेस्ट एक्टर आ जाता है, फिर 4 महीने बाद दूसरा बेस्ट एक्टर आता है, नेशनल क्रश। पूरा कल्चर बदल गया है।’
मनोज फिर बोलते हैं कि आपको लगता है कि मैं…अब जा कर लगता है कि शायद मैंने कुछ किया, तब तक बेस्ट एक्टर आ जाता है। आपको लगता है अच्छा अभी भी जो है, हमको सीखना है।
क्या रश्मिका पर कसा तंज?
मनोज के इस स्टेटमेंट के बाद से कुछ फैंस अनुमान लगा रहे हैं कि नेशनल क्रश वाला तंज उन्होंने रश्मिका मंदाना पर कसा है क्योंकि उन्हें ही ये टैग दिया हुआ है काफी समय से।
रश्मिका ने हाल ही में परफ्यूम भी लॉन्च किया जिसका उन्होंने नाम क्रशमिका मिल्क रखा।
मनोज की फिल्म
मनोज की प्रोफेशनल लाइफ की बात करें तो हाल ही में उनकी फिल्म जुगनुमा रिलीज हुई है। फिल्म 1980 के दशक पर आधारित है जिसमें मनोज, देव नाम का किरदार निभा रहे हैं जो एक दिन देखते हैं कि उनके फलों के कुछ पेड़ जल जाते हैं।