छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का एक्शन जारी है। सुरक्षाबलों ने कई बड़े नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। जिससे नक्सल संगठन में बिखराव की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में दशहरा पर्व के दिन बीजापुर में 103 नक्सलियों ने हथियार का दामन छोड़कर एसपी कार्यालय पहुंचे और सरेंडर किया। इन पर कुल एक करोड़ 6 लाख का इनाम था। यह छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है।
दंतेवाड़ा में 71 नक्सलियों ने किया था सरेंडर
नक्सन प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में बुधवार को बड़े पैमाने पर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधीक्षक गौरव रॉय और सीआरपीएफ के अधिकारियों के समक्ष 71 नक्सलियों ने एक साथ हथियार छोड़कर मुख्य धारा में लौटने का निर्णय लिया। सरेंडर करने वाले इन 71 नक्सलियों में से 30 पर 64 लाख का ईनाम घोषित था। इन सभी ने ‘लोन वर्राटू अभियान’ के तहत आत्मसमर्पण किया। इन आत्म समर्पित नक्सलियों को कौशल विकास के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
बीजापुर में 30 नक्सलियों ने किया था आत्मसमर्पण
बीजापुर में नक्सलियों का अब तक का सबसे बड़ा आत्मसमर्पण किया है। एक साथ 30 नक्सलियों ने DIG CRPF और SP के सामने सरेंडर कर दिया है। समर्पण करने वाले नक्सलियों पर कुल 81 लाख रुपयों का ईनाम था। समर्पण करने वाले नक्सलियों में DVCM, कंपनी सदस्य,ACM रैंक,DAKMS सदस्य,और मिलिशिया सदस्य शामिल हैं। एसपी ने इसे सरकार की पुनर्वास नीति असर बताया है।