रायपुर. छत्तीसगढ़ के चर्चित बिरनपुर हत्याकांड में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें 18 आरोपियों के नाम दर्ज हैं। चार्जशीट में स्पष्ट किया गया है कि यह घटना राजनीतिक षड्यंत्र नहीं थी, बल्कि एक मामूली झगड़ा था। इस खुलासे के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने भाजपा पर जोरदार प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो की रिपोर्ट से साफ है कि भाजपा ने सांप्रदायिक और जातीय कार्ड खेलकर राजनीतिक लाभ कमाने की साजिश रची।
टीएस सिंहदेव ने कहा, “यह घटना एक साधारण विवाद था, लेकिन भाजपा ने इसे सांप्रदायिक रंग देकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर झूठे आरोप लगाए। केंद्रीय जांच ब्यूरो के बिंदु भाजपा सरकार ने ही तय किए थे। भाजपा का यह काला चेहरा अब सामने आ गया।” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अरुण साव घटनास्थल पर पहुंचकर भड़काऊ भाषण दिए और आगजनी को बढ़ावा दिया। इसके अलावा, भाजपा ने मृतक भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को विधानसभा चुनाव में टिकट देकर सहानुभूति बटोरने का प्रयास किया, जिससे कांग्रेस को राजनीतिक नुकसान हुआ।
बिरनपुर हत्याकांड की घटना 2023 में बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में हुई थी। एक मामूली विवाद से शुरू हुए झगड़े में भुनेश्वर साहू की हत्या हो गई। मृतक के पिता ईश्वर साहू ने अंजोर यादव पर मुख्य आरोप लगाए थे, लेकिन चार्जशीट में उनका कोई जिक्र नहीं है। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने जांच पूरी कर कोर्ट में चार्जशीट पेश की, जिसमें राजनीतिक साजिश की कोई बात नहीं कही गई।
इस मामले ने 2023 के विधानसभा चुनावों में काफी राजनीतिक उबाल मचाया था। कांग्रेस ने इसे भाजपा की साजिश बताया, जबकि भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया। चार्जशीट के बाद कांग्रेस ने इसे भाजपा की साजिश का प्रमाण बताया है।