शुद्ध शाकाहार का हठ पालने वाले भी चीज टोस्ट को बेझिझक खा सकते हैं। चूंकि यह तला नहीं, बल्कि सिंका होता है, इसलिए जिन्हें अपनी सेहत की चिंता ज्यादा सताती है, उन्हें भी यह रास आता है। cheese toast
आजकल ‘तोस’ को पहचानने वाले बुजुर्ग कम बचे हैं। 1950-60 के दशक में अंग्रेजों का ‘टोस्ट’ आम हिंदुस्तानी खिदमतगारों की जुबान पर इसी तरह चढ़ा था। डबलरोटी के स्लाइस को बड़े जतन से तारों की जाली पर बिछाकर अंगीठी पर सेंका जाता था। टोस्ट शब्द का अनुवाद ही सेंकना है। डबलरोटी को ही नहीं, किसी भी चीज को हल्का सेंका जाना टोस्टिंग कहलाता है। ज्यादा भूनना रोस्टिंग बन जाता है। यदि तेल का जरा भी इस्तेमाल न किया जाए तो यह क्रिया ड्राय रोस्टिंग होती है। बहरहाल यहां बात टोस्ट की हो रही है। जब बिजली के टोस्टर प्रकट हुए तो सुनहरे मनमाफिक कुरकुरे टोस्ट सेंकना सहज हो गया। फिर शौकीनों को ललचाने लगे ‘सैंडविच टोस्टर’। डबलरोटी के दो स्लाइसों के बीच आप मनचाहा कुछ भी भर सकते थे। अंडे या पनीर की भुजिया, दोसे का जैसा मसाला या बची रही सब्जी। अब इनके दिन भी लद गए हैं। जब से ग्रिल सैंडविच टोस्टर बाजार के अखाड़े में उत्तरे हैं। इनमें चीज-मकई-रंगीन शिमला मिर्च या सामिष चिकन सलाद कुछ भी भर कर मेयोनीस या मस्टर्ड सौस की झीनी चादर उढ़ाकर रेस्त्रां जैसा व्यंजन घर पर तैयार किया जा सकता है। cheese toast
हमारी अपनी पसंद के टोस्ट इनसे जुदा हैं। अंडे के घोल में डुबोकर जो मीठे और नमकीन टोस्ट सेंके नहीं तले जाते हैं, उनकी बात ही कुछ और है। इसी तरह लहसुनी गार्लिक टोस्ट तथा तिल वाले सीसमे टोस्ट का मजा निराला होता है। इन सबसे दिलकश और स्वादिष्ट नजर आता है चीज टोस्ट, जिसे आप नन्हा सा चौकोर या तिकोना पित्जा भी कह सकते हैं। इसका आनंद लेने के लिए थोडा झंझट उठाना पडेगा। एक अदद कद्दूकस सबसे अहम है। किसी चेड्डर प्रोसेस्ड चीज को बारीक कद्दूकस करने के बाद यही हाल रंग-बिरंगी शिमला मिर्च का भी करें। इस मिश्रण में बारीक कतरी हरी मिर्च और हरा धनिया मिलाएं। काली मिर्च को ताजा दरदरा पीस कर कुटी मिर्च और एक चम्मच टमाटर सौस के साथ शामिल करें। डबल रोटी के मोटे कटे स्लाइस के ऊपर हल्का मक्खन लगाएं। फिर तैयार किए मिश्रण की तह बिछाएं। यदि छोटा ओवन ग्रिल टोस्टर सुलभ है तो कहना ही क्या अन्यथा दिल छोटा न करें। एक मोटे तले वाले या नॉन स्टिक पैन में हल्का मक्खन लगा इन ब्रेड स्लाइसों को रखें। मध्यम आंच पर एक तश्तरी से ढककर पकाएं। बीच में एकाध बार ताका झांकी कर लें कि सब कुछ ठीक टाक चल रहा हैं या नहीं। अगर चीज के मिश्रण को पिघलने में देर लग रही हो तो धीमी आंच पर कुछ देर और ढका रहने दें। भले ही इस तरह पकाया चीज टोस्ट ओवन वाले बिरादर की तरह है। गर्व से फूल कर कुप्पा नहीं हो पर भरोसा रखें स्वाद में कोई कसर नहीं होगी। cheese toast
चीज टोस्ट को कैचप, मस्टर्ड सॉस के साथ खाने में ज्यादा मजा आता है, यकीन मानिए। चाहे गरमा गरम परोसिए या कमरे के तापमान पर। शुद्ध शाकाहार का हठ पालने वाले भी इसे बेझिझक खा सकते हैं और चूंकि यह तला नहीं सिंका होता है, जिन्हें अपनी सेहत की चिंता ज्यादा सताती है, उन्हें भी यह रास आता है। देशप्रेमी इसे पराया विदेशी न समझें। शाही टुकडा भी तो आखिर ‘तोस’ से ही बनाया जाता रहा है जाने कब से !



















