छत्तीसगढ़ के बीजापुर में माओवादी संगठन ने हाल ही में प्रेस नोट जारी करने के बाद अब गोंडी भाषा में एक वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में उन सदस्यों को “गद्दार” और “अवसरवादी” कहा गया है, जिन्होंने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
वीडियो में क्या कहा गया
वीडियो में माओवादी दावा करते हैं कि सरेंडर करने वाले लोग पार्टी और जनता को धोखा देकर संगठन छोड़ गए, संगठन की आंतरिक संरचना को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. और अब जनताना सरकार और PLGA कैडर को विभाजित करने में लगे हुए हैं. वीडियो में यह भी कहा गया है कि कुछ लोग यह प्रचार कर रहे हैं कि MLM (मार्क्सवाद-लेनिनवाद-माओवाद) विचारधारा कमजोर हो रही है. जिस पर माओवादियों ने जवाब दिया कि “विचारधारा रहेगी, लेकिन संगठन छोड़ने वाले वापस नहीं लौट पाएंगे।”
पैसा लेकर सरेंडर का आरोप
संगठन की पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी ने जारी प्रेस नोट में आरोप लगाया कि कमलू पुनेम, जो भैरमगढ़ एरिया में DVC सदस्य और एरिया कमांडर था, वह पार्टी से करीब 2 लाख रुपये लेकर 26 अक्टूबर को बीजापुर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर गया। माओवादियों के अनुसार, यह कार्रवाई संगठन के अंदर विवाद और अविश्वास बढ़ा रही है।
हाल के महीनों में बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा इलाकों में कई माओवादी कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि लगातार सुरक्षा अभियान, सड़क और कनेक्टिविटी में सुधार और लोकल विकास कार्य के चलते माओवादी संगठन कमजोर पड़ रहे हैं।



















