रायपुर। दंतेवाड़ा में पदस्थ महिला डीएसपी कल्पना वर्मा पर ब्लैकमेल करने और दो करोड़ रुपए नहीं लौटाने समेत कई और गंभीर आरोप लगाकर चर्चा में आया होटल कारोबारी अंबेडकर उर्फ दीपक टंडन कोरबा में कोयला सप्लाई के नाम पर 27 लाख का फ्रॉड करने का आरोपी निकला। कोरबा आरोपी का होम टाउन है और 2022 में एफआईआर दर्ज होने के बाद मामले में कोर्ट में उपस्थित नहीं होने पर गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए 27 जनवरी 26 को अगली सुनवाई तय की गई है। संकेत मिले हैं कि आने वाले दिनों में पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है।
फोटो फ्रेम वाले के पास कहां से आए दो करोड़ कैश, होटल में भी लाखों निवेश
सूत्रों के मुताबिक दीपक उर्फ अंबेडकर टंडन 10-15 साल पहले कोरबा में फोटो फ्रेम और पुस्तक दुकान चलाता रहा है। अब वह राजधानी में खुद को होटल कारोबारी बताता है। उसने डीएसपी कल्पना वर्मा पर ब्लैकमेल व साजिश का आरोप लगाते हुए दो करोड़ रुपए नकद और लाखों के गोल्ड व डायमंड ज्वेलरी भी बतौर गिफ्ट देने की बात सोशल मीडिया में कही है। रायपुर में दो होटलों में भी उसने लाखों रुपए निवेश किए हैं। पुलिस महकमे में चर्चा हो रही है कि आखिर बुक स्टाल व फोटो फ्रेम दुकान चलाने वाला एकाएक बड़ा संपन्न होटल कारोबारी कैसे बन गया। उसके पास दो करोड़ रुपए कैश कहां से आए? डीएसपी को कैश दो करोड़ देने का दावा करने वाले के चेक कैसे बाउंस हुए।
भूपेश शासनकाल में प्रभावशाली रहा है आरोपी, कई पुलिस वालों से संपर्क की चर्चा हालांकि डीजीपी अरूणदेव गौतम ने डीएसपी कल्पना वर्मा और होटल कारोबारी के बीच के विवाद की पुलिस मुख्यालय में कोई शिकायत नहीं होने की बात कही है। एसएसपी रायपुर डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा भी दोनों पक्ष की शिकायत की जांच पूरा करके उसका निराकरण कर दिए जाने दावा किया गया है। लेकिन इस प्रकरण और आरोप से जिस तरह पुलिस विभाग की किरकिरी आम लोगों में हो रही है, उसे देखते हुए चर्चा है कि गोपनीय तौर पर जांच शुरू कर दी गई है। महकमे में चर्चा है कि दीपक उर्फ अंबेडकर टंडन पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में काफी प्रभावशाली रहा है। कई पुलिस अफसरों से भी उसका संपर्क रहा है। इसी दौर में लाखों रुपए के लेनदेन करने की बात खुद आरोपी ही कर रहा है। कोयला घोटाले में फंसे कुछ लोगों से उसके परिचय होने और उनसे जेल में मिलने जाने, कोयला कारोबार करने वाली लक्ष्य इंटरप्राइजेस और शराब की बोतलों से जुड़ा काम करने वाली फर्म से भी उसका संबंध होने की चर्चा है। ऐसे में शराब और कोयला घोटाले की जांच कर रही एसीबी, ईओडब्ल्यू व अन्य एजेंसियों का ध्यान कभी भी उसकी ओर जा सकता है।
कोरबा एसपी ने की पुष्टि, चेक बाउंस के भी हैं मामले
दीपका (कोरबा) थाने में महेन्द्र सिंह नामक कारोबारी ने रिपोर्ट लिखाई थी। आरोपी दीपक उर्फ अंबेडकर ने रिजेक्ट कोयले की सप्लाई करने 27 लाख रुपए लिये लेकिन आपूर्ति नहीं की। पुलिस ने वर्ष 2022 में अपराध दर्ज करके कटघोरा में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी की कोर्ट में केस प्रस्तुत किया था, जहां सुनवाई के लिए 11 दिसंबर की तिथि निर्धारित थी लेकिन आरोपी वहां पेश नहीं हुआ। इसके बाद कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी के खिलाफ चेक बाउंस के भी मामले हैं। कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने आरोपी के खिलाफ वारंट जारी होने की पुष्टि की है।
चेक बाउंस केस में पत्नी की पेशी होने लगी तब आरोप, तस्वीरें-चैट भी किए वायरल
फ्रॉड के आरोपी होटल कारोबारी की पत्नी बरखा टंडन के खिलाफ कुछ महीने पहले डीएसपी के पिता हेमंत कश्यप ने 40 लाख रुपए के लेनदेन फ्रॉड का आरोप लगाते हुए चेक बाउंस का केस कोर्ट लगाया। इस मामले में बरखा टंडन की पेशी शुरू हो चुकी है। बरखा टंडन द्वारा खम्हारडीह थाने में धोखा देकर चेक लेने और कार रखकर नहीं लौटाने का आरोप लगाते हुए शिकायत की गई। जिसे पुलिस ने लेनदेन व कारोबारी विवाद बताते हुए कोर्ट जाने कह दिया। इसी के बाद दीपक उर्फ अंबेडकर टंडन ने न केवल रुपए व गिफ्ट को लेकर आरोप लगाए। बल्कि सोशल मीडिया में तस्वीरें और वाट्सएप चैट वायरल किए, जिसे डीएसपी का बताया गया। इस मामले में डीएसपी ने विधिक प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है।



















