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India-UK ट्रेड डील के बाद बाजार में भारी गिरावट, 2 दिन में 1100 अंक टूटा सेंसेक्स

Share Market Today: भारत और यूके के बीच ट्रेड डील का कुछ अच्छा असर भारतीय बाजार पर नहीं देखने को मिला. शेयर बाजार में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिल रही है. दो दिनों में सेंसेक्स 1100 अंक से ज्यादा टूट गया है. इससे निवेशकों को करीब 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है.

शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिल रही है. बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स पिछले दो काराबोरी दिन में 1100 अंकों से ज्यादा टूट गया है. खबर लिखे जाने तक शुक्रवार को सेंसेक्स 81,641.44 पर करीब 550 अंकों की गिरावट के साथ करोबार कर रहा है. कारोबार के समय सेंसेक्स 600 अंक या लगभग 1 प्रतिशत गिरकर 81,546.04 के निचले स्तर पर आ गया, जबकि निफ्टी 50 भी लगभग 1 प्रतिशत गिरकर 24,844 के निचले स्तर पर आ गया. वहीं, बीएसई मिडकैप सूचकांक में 1 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक में 1.4 प्रतिशत की गिरावट आई है.

सेंसेक्स पर लिस्टेड सन फॉर्मा, टीसीएस और भारती एयरटेल को छोड़कर बाकी कंपनियां लाल निशान के साथ कारोबार कर रही हैं. वहीं, बजाज फाइनेंस सर्विसेज के शेयर करीब 5 फीसदी गोता लगा गए हैं. दो दिन पहले बुधवार को जब मार्केट बंद हुआ था तब बीएसई का मार्कट का कैप 4,60,35,264.91 करोड़ था जो कि शुक्रवार को जब सेंसेक्स ने 81,539.97 का लो बनाया तब वह घटकर 45,270,829.39 करोड़ रुपये पर गया. इस हिसाब से निवेशकों को आज के लो के हिसाब से करीब 8 लाख लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया. वहीं, अकेले शुक्रवार को ही निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये का घाटा हो गया.

ये हैं टॉप लूजर्स और टॉप गेनर्स

शेयर बाजार की आंधी में आज सेंसेक्स पर लिस्टेड बड़ी-बड़ी कंपनियां धराधाई हो गईं. बजाज फाइनेंस के साथ सरकारी नवरत्न कंपनी पावरग्रिड, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स को शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. फॉर्मा और एयरटेल को छोड़कर ऑटो, टेक सहित सरकारी कंपनियों के स्टॉक दबाव में हैं. सेंसेक्स पर सनफॉर्मा में मामूली 0.37 प्रतिशत की तेजी दिखाई दे रही है. वहीं, बजाज फाइनेंस के शेयर 5 प्रतिशत से ज्यादा टूट गए हैं.

शेयर बाजार में गिरावट के कारण

भारत-अमेरिका की ट्रेड डील में देरी

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार सौदे को लेकर कोई स्पष्ट प्रगति नहीं दिख रही है, हालांकि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. सूत्रों के अनुसार, इस दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है. अमेरिका ने जापान, फिलीपींस, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे कई एशियाई देशों के साथ व्यापार समझौते किए हैं, लेकिन भारत के साथ संभावित सौदे को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है.

विदेशी निवेशकों की बिकवाली

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय शेयर बाजार में लगातार बिकवाली कर रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में अब तक एफपीआई ने कैश सेगमेंट में 28,528 करोड़ रुपये की भारतीय इक्विटी बेची है. पिछले चार दिनों में ही एफपीआई ने कैश सेगमेंट में भारतीय शेयरों से 11,572 करोड़ रुपये निकाले हैं.

पहली तिमाही के कमजोर नतीजे

भारतीय कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजे अपेक्षाओं से कमजोर रहे हैं, जिससे बाजार का मूड सुस्त बना हुआ है. आईटी और वित्तीय क्षेत्रों में अपेक्षाकृत अधिक निराशा देखी गई है. हालांकि पहली तिमाही के लिए उम्मीदें वैसे भी सीमित थीं, लेकिन कंपनियों के सतर्क प्रबंधन बयानों ने बाजार की धारणा को और प्रभावित किया है.

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