Amit Shah Visit Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह: NFSU परिसर का किया भूमिपूजन, नक्सल ऑपरेशन पर करेंगे समीक्षा

Amit Shah Visit Chhattisgarh: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज रायपुर पहुंचे और यहां उन्होंने नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (CFSL) के परिसर का भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
NFSU और CFSL से सुरक्षा क्षमता को मिलेगी मजबूती
रायपुर में स्थापित होने जा रही नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) में अब टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन के क्षेत्र में नए एक्सपर्ट तैयार किए जाएंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने शिलान्यास समारोह में कहा कि फोरेंसिक रिपोर्ट में देरी के कारण कई बार आरोपी को अनावश्यक रूप से जेल में रहना पड़ता है, लेकिन अब रिपोर्ट जल्द तैयार होगी जिससे कोर्ट जल्दी फैसला सुना सकेगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और गृह मंत्री विजय शर्मा भी शामिल हुए।
सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक
शिलान्यास समारोह के बाद गृहमंत्री अमित शाह नवा रायपुर स्थित होटल रिसॉर्ट में एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में छत्तीसगढ़ समेत ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश के DGP और ADGP रैंक के अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में राज्यों के बीच सुरक्षा समन्वय, सीमावर्ती क्षेत्रों में चल रहे अभियानों और साझा रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी।
सीमावर्ती राज्यों के DGP, ADGP के साथ बैठक
शाह ने छत्तीसगढ़ और उसके सीमावर्ती राज्यों के DGP और ADGP स्तर के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में भाग लिया। बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे LWE (Left Wing Extremism) के खिलाफ अभियानों की समीक्षा की गई और आगामी रणनीतियों पर चर्चा हुई।
शाम को सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा
शाम 6:30 से 8:00 बजे तक गृह मंत्री नक्सल ऑपरेशनों पर विशेष समीक्षा बैठक करेंगे। जिसमें LWE प्रभावित क्षेत्रों की सुरक्षा स्थिति की विस्तार से समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों और केंद्रीय बलों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। बैठक में नक्सल ऑपरेशनों की वर्तमान स्थिति, अंतरराज्यीय समन्वय, खुफिया तंत्र की मजबूती और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी।
NFSU की स्थापना से क्या होंगे फायदे?
- लंबित मामलों में तेजी: फोरेंसिक रिपोर्ट जल्द आने से कोर्ट जल्दी फैसले ले सकेंगे, जिससे वर्षों से लंबित केस निपटेंगे।
- विशेषज्ञ प्रदेश में ही तैयार: अब प्रदेश को अन्य राज्यों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। जांच से जुड़े टेक्निकल और साइबर एक्सपर्ट यहीं तैयार होंगे।
- न्याय में पारदर्शिता: रिपोर्ट समय पर और विशेषज्ञों द्वारा होने से जांच की सत्यता पर सवाल नहीं उठेंगे।
- आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी: सटीक और वैज्ञानिक जांच से अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी आसान होगी।
- साइबर अपराध नियंत्रण: बढ़ते साइबर क्राइम के लिए यह यूनिवर्सिटी एक मजबूत तकनीकी प्लेटफॉर्म तैयार करेगी।
किन क्षेत्रों में होंगे कोर्स?
NFSU रायपुर में अंडरग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और डिप्लोमा स्तर के कोर्स शुरू किए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:
- फोरेंसिक साइंस
- मेडिको लीगल साइंस
- विहैवियरल साइंस
- साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल फोरेंसिक
- इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
- पुलिस साइंस एंड सिक्योरिटी
- फार्मेसी
- मैनेजमेंट
- लॉ, फॉरेंसिक जस्टिस एंड पॉलिसी स्टडीज
- फॉरेंसिक साइकोलॉजी
गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम
22 जून (रायपुर)
- NFSU रायपुर कैंपस का शिलान्यास सेक्टर-2 में
- नवा रायपुर में DGP/ADGP की बैठक – छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों (ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश) के अधिकारियों के साथ
- नक्सल ऑपरेशन पर विशेष समीक्षा बैठक (शाम 6:30 – 8:00 बजे)
- रात विश्राम रायपुर में
23 जून (अबूझमाड़)
- ग्रामीणों से मुलाकात
- BSF जवानों से मीटिंग और लंच
- नक्सल ऑपरेशनों पर फील्ड लेवल चर्चा