बिहार विधानसभा के चुनाव दो चरण में वोट होंगे. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर 2025 और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर 2025 को होगा. वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, “विश्वास बहाली के उपाय के तौर पर CAPF को पहले से तैनात किया जाएगा. सभी अधिकारियों को पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से काम करना होगा. अगर किसी भी माध्यम या प्लेटफॉर्म पर कोई फर्जी खबर या गलत सूचना है तो उसका खंडन किया जाएगा. ड्रग्स, शराब और नकदी के लेन-देन को रोकने के लिए सभी चौकियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी.”
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं. भारत निर्वाचन आयोग (EC) ने आज 243 सीटों पर मतदान की तारीखों का ऐलान कर दिया है. आयोग ने स्पष्ट किया कि इस बार चुनाव दो चरणों में कराए जा रहे हैं. यह फैसला सुरक्षा और चुनाव प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे फेज की वोटिंग 11 नवंबर को होगी. 14 नवंबर को मतगणना होगा.
निर्वाचन आयोग के अनुसार पहले चरण के लिए 10 अक्टूर को अधिसूचना जारी होगी. वहीं दूसरे फेज की नोटिफिकेशन 13 अक्टूबर को जारी होगी. पहले चरण के लिए 17 अक्टूबर तक नामांकन कराया जा सकता है वहीं दूसरे चरण में 20 अक्टूबर तक नामांकन हो सकता है. नामांकन पत्रों की जांच पहले चरण में 18 अक्टूबर को होगी और दूसरे फेज में 21 अक्टूबर को है. पहले चरण में मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होगा.
ईसी ने यह भी कहा कि पहले चरण में कौन-कौन से जिले शामिल होंगे और किस क्षेत्र में पहले मतदान होगा, इसकी जानकारी अधिसूचना के साथ सामने आएगी. आयोग ने सभी दलों से अपील की कि वे चुनाव में शांति और अनुशासन बनाए रखें.
2015 में बिहार के अंदर पांच चरणों में हुए थे चुनाव
पिछले अनुभव को देखें तो 2015 में बिहार चुनाव पांच चरणों में हुए थे, जबकि 2020 में कोविड-19 महामारी के बीच तीन चरणों में मतदान संपन्न हुआ था. 2020 में पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर, दूसरे चरण में 3 नवंबर को 94 सीटों पर और तीसरे चरण में 7 नवंबर को 78 सीटों पर मतदान हुआ था. मतगणना 10 नवंबर को हुई थी.
2020 में एनडीए ने 125 सीटों पर हासिल की थी जीत
2020 के नतीजों के अनुसार एनडीए ने 125 सीटों पर जीत हासिल की थी. महागठबंधन को 110 सीटें मिली थीं, जबकि एआईएमआईएम को पांच सीटों पर जीत मिली थी. बहुजन समाजवादी पार्टी और लोजपा ने एक-एक सीट जीती थी. निर्दलीय सुमित सिंह भी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. एनडीए में जेडीयू ने 43, बीजेपी ने 74, वीआईपी और जीतन राम मांझी की पार्टी ने चार-चार सीटें जीती थीं.
नीतीश कुमार ने 7वीं बार मुख्यमंत्री पद की ली थी शपथ
2020 के चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने 7वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. 16 नवंबर को हुए शपथ ग्रहण समारोह में दो उपमुख्यमंत्री भी शामिल हुए थे, जिसमें बीजेपी से तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को शामिल किया गया था. विपक्ष के नेता के रूप में तेजस्वी यादव चुने गए और विजय कुमार सिन्हा को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया. इस बार का चुनाव बिहार की राजनीति और सुरक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. ईसी का कहना है कि सभी दल और जनता आदर्श आचार संहिता का पालन करें और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करें.