
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का पांच दिवसीय मानसून सत्र 14 जुलाई सोमवार से शुरू होगा।। सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होंगी। पांच बैठकों के सत्र के लिए एक हजार से अधिक सवाल सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने लगाए हैं। सत्र के काफी हंगामेदार रहने की संभावना है।
राज्यपाल शेखर दत्त और पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह को सदन में श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद सत्र की कार्यवाही स्थगित हो सकती है। उल्लेखनीय है कि मानसून सत्र में आमतौर पर खेती-किसानी के मुद्दों की गूंज सुनाई देती है, लेकिन इस बार खाद-बीज की कमी, भ्रष्टाचार और घपले-घोटालों के अलावा कानून व्यवस्था की गूंज जोर-शोर से सुनाई देगी। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भारत माला परियोजना में भ्रष्टाचार को पहले ही बड़ा मुद्दा बनाया है और लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य व राजस्व विभाग के भ्रष्टाचार के साथ-साथ शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का मुद्दा भी जोरशोर से उठने की संभावना जताई है। जानकार सूत्रों की मानें तो कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष स्थगन भी ला सकता है। इसी तरह बिजली कटौती और बिजली बिल में बढ़ोत्तरी को एक बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी है। सत्र के दौरान शासकीय कार्य भी संपादित किए जाएंगे। वित्तीय वर्ष 2025-26 का प्रथम अनुपूरक बजट और कुछ विधेयक भी प्रस्तुत होने की संभावना है।