रायपुर। छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ ने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर 25 अक्टूबर से स्टेयरिंग छोड़ चक्काजाम आंदोलन का आह्वान किया है। आंदोलन की तैयारियों को लेकर महासंघ के पदाधिकारी प्रदेश भर में एक महीने से जनसंपर्क कर रहे हैं। दो-तीन दिनों से कई ड्राइवर संगठनों और ट्रक यूनियनों द्वारा हड़ताल को समर्थन नहीं देने की घोषणा की जा रही है। वहीं गुरुवार और शुक्रवार को बलौदाबाजार, भानुप्रतापपुर, बस्तर समेत कई और जिलों में ड्राइवरों को जबरदस्ती हड़ताल में शामिल करके वाहनों को रूकवाए जाने की आशंका जताते हुए पुलिस से शिकायत की गई है। जिसमें जबरदस्ती चंदा वसूली के आरोप लगाए गए हैं।
पूर्ण शराबबंदी समेत कई मांगों से नाराजगी
हड़ताल से परिवहन संगठनों को कारोबार प्रभावित होने की आशंका है। वहीं रायपुर समेत कई यूनियनों ने महासंघ द्वारा आंदोलन को लेकर कोई चर्चा नहीं करने और समर्थन नहीं मांगने की बात कही गई है। जबकि 11 सूत्रीय मांगों में राज्य में पूर्ण शराबबंदी जैसी मांग को लेकर हड़ताल किए जाने पर भी आपत्ति जताई गई है। वहीं ड्राइवर सुरक्षा कानून, वेलफेयर बोर्ड के गठन, मृत्यु पर दस लाख और अपंगता पर 5 लाख देने, चालक हेल्थ कार्ड जारी करने, 55 वर्ष की आयु पर पेंशन, शिक्षा एवं नौकरी में ड्राइवरों के बच्चों को आरक्षण की मांग शामिल है। रायपुर, बस्तर, कोंडागांव, लखनपुरी, बलौदाबाजार समेत कई जिलों के ड्राइवर संगठनों ने जबरदस्ती वाहन रूकवाये जाने पर तत्काल पुलिस से शिकायत करने की अपील अपने सदस्यों से की है।


















