रायपुर। प्रदेश में प्राइवेट एग्रीकल्वर और हार्टिकल्चर कॉलेजों का बुरा हाल है। इस बार प्राइवेट कॉलेज एक-एक बच्चे के लिए तरस गए। दो-तीन चरणों की काउंसलिंग और 12वीं के प्राप्तांक के आधार पर प्रवेश के लिए छूट के बाद भी प्राइवेट कॉलेजों में बड़ी संख्या में सीटें खाली हैं। कुछ एग्रीकल्चर और हार्टिकल्चर कॉलेजों में तो 25 फीसदी सीटें भी नहीं भर पाई हैं।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और महात्मा गांधी उद्यानिकी विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालति सरकारी और प्राइवेट एग्रीकल्चर एवं हार्टिकल्चर कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। सबसे पहले इन कॉलेजों में पीएटी की मेरिट सूची के आधार पर बच्चों को प्रवेश दिया गया। दो चरणों की काउंसलिंग के बाद पीएटी में विद्यार्थी ही नहीं मिले, तब दोनों विश्वविद्यालयों ने 12वीं के प्राप्तांक के आधार पर प्रवेश की छूट दी। सरकारी एग्रीकल्चर और हार्टिकल्चर कॉलेजों की ज्यादातर सीटें भर गई किन्तु प्राइवेट कॉलेजों का बुरा हाल है। प्राइवेट कॉलेज एक-एक सीट में प्रवेश का इंतजार कर रहे हैं। प्राइवेट एग्रीकल्चर और हार्टिकल्चर कॉलेजों की स्थिति इन दिनों प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों जैसी हो गई है। एग्रीकल्चर कोर्स में प्रवेश के लिए काउंसलिंग के प्रत्येक चरण के अंत में कैटेगरी कन्वर्जन राउंड आयोजित किया गया। जिसमें रिक्त सीटों के आधार पर अभ्यर्थियों को उनका पसंदीदा कॉलेज चुनने का विकल्प दिया गया। इसके बाद भी बच्चे प्राइवेट एग्रीकल्चर कॉलेजों में प्रवेश लेने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। बीएससी ऑनर्स एग्रीकल्चर में छत्तीसगढ़ के मूल निवासी उपलब्ध नहीं होने पर रिक्त सीटें दूसरे प्रदेश के अभ्यर्थियों से भरने की छूट दी गई परंतु अन्य राज्यों से भी बच्चे नहीं आ रहे हैं। इससे प्राइवेट कॉलेजों की चिंता बढ़ गई है।
प्रवेश की प्रक्रिया जारी
न केवल सरकारी बल्कि प्राइवेट एग्रीकल्चर और हार्टिकल्चर कॉलेजों की रिक्त सीटों में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। दोनों विश्वविद्यालयों का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा एग्रीकल्चर और हार्टिकल्चर पाठ्यक्रमों में बच्चों का प्रवेश हो सके। हार्टिकल्चर कॉलेजों में 22 अगस्त कर प्रवेश होगा।
प्राइवेट एग्रीकल्चर व हार्टिकल्चर कॉलेजों की ये है मौजूदा स्थिति
एग्रीकल्वर कॉलेज- भारती कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर दुर्ग में 15, भोरमदेव कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर में 40 से अधिक, छत्तीसगढ़ कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर भिलाई में 20, कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर रायगढ़ में 39, महामाया कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर धमतरी में 29, एमडीएस कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर अंबिकापुर में 26, श्रीराम कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर राजनांदगांव में 28 से ज्यादा सीटें खाली हैं। वहीं प्रत्येक हार्टिकल्चर कॉलेजों में 57 सीटें हैं। इनमें दंतेश्वरी कॉलेज ऑफ हार्टिकल्बर रायपुर में 50 से अधिक, गायत्री कॉलेज ऑफ हार्टिकल्चर धमतरी में 55 से अधिक, केएल कॉलेज ऑफ हार्टिकल्चर धमतरी में 43 तथा आरडी कॉलेज ऑफ हार्टिकल्चर पेंड़ा रोड में 52 से अधिक सीटें रिक्त हैं।