छत्तीसगढ़

वेदांता एल्यूमिनियम के सुरक्षित स्तनपान जागरूकता अभियान से देश की ग्रामीण महिलाएं लाभान्वित

भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ के अवसर पर ओडिशा व छत्तीसगढ़ में अपने प्रचालनों के आसपास के ग्रामीण समुदायों को स्तनपान के महत्व से अवगत कराने अनेक गतिविधियां आयोजित कीं. दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की सीमित पहुंच के कारण नागरिक अक्सर स्वास्थ्य संबंधी मामलों में अंधविष्वासों और भ्रांतियों के षिकार हो जाते हैं. वेदांता एल्यूमिनियम ने अपने एक सप्ताह के अभियान के माध्यम से गर्भवती महिलाओं और षिषुवती माताओं को स्तनपान से मातृ-षिषु स्वास्थ्य को होने वाले फायदों की जानकारी दी. लक्षित क्षेत्रों में महिला स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता में बढ़ोत्तरी और शिशु मृत्यु दर कम करने की दिशा में वेदांता की पहल महत्वपूर्ण है. 

 वेदांता ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में आंगनबाड़ियों के आधुनिकीकरण में योगदान दिया है. इन आधुनिक आंगनबाड़ियों को ‘नंदघर’ के नाम से जाना जाता है. नंदघरों के जरिए महिलाओं और बच्चों के विकास की योजनाएं संचालित की जा रही हैं. स्तनपान के प्रति जागरूकता के लिए आयोजित अभियान इन्हीं नंदघरों के जरिए संचालित हुआ. ओडिषा में लगभग 531 नंदघरों के संचालन में वेदांता का सहयोग मिल रहा है जिनसे लगभग 5500 षिषुवती महिलाएं और बच्चे लाभान्वित हो रहे है. भारत सरकार की एकीकृत बाल विकास सेवाएं विभाग के मार्गदर्षन में नंदघरों में विष्व स्तनपान सप्ताह पर आयोजित कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में आसपास के समुदायों ने भागीदारी की. अभियान के दौरान वीडियो फिल्म दिखाए गए. स्तनपान के सही तरीके, समय और पोषण आहार संबंधी जानकारी प्रतिभागियों को दी गई. बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया गया. 

स्तनपान के महत्व पर 35 से ज्यादा रैलियां एवं सामुदायिक जागरुकता सभाएं झारसुगुडा, ओडिशा में आयोजित की गईं. पंचायती राज संस्थाओं के लगभग 60 और समुदायों के 400 सदस्यों ने वेदांता एल्यूमिनियम आयोजित अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. कंपनी के चलित चिकित्सा वाहनों के माध्यम से सीमित स्वास्थ्य सुविधाओं वाले दूरस्थ ग्रामीण अंचलों के नागरिकों तक पहुंचने में सफलता मिली. लगभग 50 महिला चिकित्साकर्मियों और आषाकर्मियों ने अभियान में उत्कृष्ट योगदान करते हुए समुदाय को स्तनपान संबंधी फायदों की जानकारी दी और प्रतिभागियों की अनेक भ्रांतियों को दूर किया.

लांजीगढ़, ओडिशा स्थित वेदांता अस्पताल प्रति वर्ष आसपास के इलाकों के लगभग 60,000 लोगों को उपचार मुहैया कराता है. ‘विष्व स्तनपान सप्ताह’ अभियान में योगदान करते हुए वेदांता अस्पताल ने छह शिविर आयोजित किए जिनकी अगुआई षिषु रोग विशेषज्ञों ने की. अभियान के दौरान जरूरतमंदों को पूरक पोषण आहार वितरित किए गए. समुदाय के नागरिक स्तनपान के महत्व से परिचित हुए. छत्तीसगढ़ स्थित बालको मेडिकल सेंटर, रायपुर और बालको चिकित्सालय, कोरबा ने राज्य में कई स्थानों पर स्तनपान एवं स्तन कैंसर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए. जिला स्वास्थ्य विभाग के मार्गदर्षन में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में स्त्रीरोग विशेषज्ञ और चिकित्साकर्मियों ने सेवाएं दीं.

विश्व स्तनपान सप्ताह के महत्व पर झारसुगुड़ा के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डाॅ. डोलामणी पटेल ने कहा, ’’विश्व स्तनपान सप्ताह हमें यह याद दिलाता है कि हम माता एवं शिशु के लिए स्तनपान के महत्व और स्वास्थ्य संबंधी फायदों से समुदाय को निरंतर अवगत कराएं. स्तनपान के सुरक्षित तरीकों को प्रोत्साहित करने पर मैं वेदांता एल्यूमिनियम की सराहना करता हूं. कंपनी की प्रतिबद्ध से माता-षिषु स्वास्थ्य को नए आयाम मिल रहे हैं. कंपनी ने अपने योगदान से अनेक माताओं को ज्ञान एवं संसाधनों से सशक्त किया है ताकि वे स्वयं तथा बच्चे का बेहतर ढंग से ख्याल रख सकें. मातृ-षिषु स्वास्थ्य सुनिश्चित होने से हमारे समुदायों का भविष्य उज्जवल होगा.’’

वेदांता एल्यूमिनियम ने अपने प्रचालन क्षेत्रों में आवश्यक एवं विषेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाओं की तैनाती की हैः

चलित चिकित्सा वाहन: विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं से सुसज्जित चिकित्सा वाहनों के जरिए पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं लोगों के घरों तक मुहैया कराई जाती हैं. इससे झारसुगुडा के दूरस्थ गांवों में हर वर्ष लगभग 54,000 तथा कालाहांडी जिले में 65 गांवों के लगभग 22,000 नागरिकों को लाभ मिल रहा है.

माहवारी स्वास्थ्य कार्यक्रम ‘नई किरण’: छत्तीसगढ़ में परियोजना ‘नई किरण’ के जरिए महिलाओं और किषोरियों को मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी जानकारी दी जाती है. परियोजना के जरिए सैनिटरी उत्पादों के विनिर्माण हेतु क्षमता निर्माण तथा माहवारी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए स्थानीय चैम्पियनों को तैयार करने में मदद मिल रही है.

स्वास्थ्य शिविर: वेदांता एल्यूमिनियम अपने स्वास्थ्य केंद्रों एवं सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा विशेषज्ञों के सहयोग से नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करता है. इससे दूरदराज के इलाकों में नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं निःशुल्क मिलती हैं.

स्वच्छता अभियान: उत्कृष्ट स्वास्थ्य के लिए समुदायों में साफ-सफाई अभियान चलाए जाते हैं. साबुन से हाथ धोने जैसी स्वच्छता आदतों को बढ़ावा दिया जाता है. आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ बनाए रखने की दिषा में कंपनी के कर्मचारी स्वेच्छा से योगदान देते हैं. इससे संक्रामक रोगों की रोकथाम में मदद मिलती है.

ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रः वेदांता की अनुषंगी कंपनी बालको ने परियोजना ’आरोग्य’ के अंतर्गत ग्रामीण चिकित्सा केंद्र स्थापित किए हैं जिनसे नागरिकों को बेहतरीन प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मिलती हैं. आसपास के हजारों नागरिक प्रति वर्ष लाभान्वित होते हैं.

वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है. वित्तीय वर्ष 23 में 22.9 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया. यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है. वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2022 में दूसरी वैश्विक रैंकिंग मिली है, जो इसकी सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रक्रियाओं का प्रमाण है. देश भर में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स, एल्यूमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है.

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