
2027 Solar Eclipse: 2 अगस्त 2027 को ऐसा पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा, जो 21वीं सदी में दिखने वाला सबसे बड़ा और खास सूर्य ग्रहण होगा। इस सूर्य ग्रहण के समय दिन में अंधेरा छा जाएगा। यह सूर्यग्रहण 6 मिनट 23 सेकंड तक चलेगा। इसलिए इसे बहुत खास माना जा रहा है। ऐसे में कहा जा रहा है कि 6 मिनट और 23 सेकंड तक दिखने वाले सूर्य ग्रहण का नजारा 1991 के बाद से देखने को नहीं मिला है। इसके बाद ऐसा नजारा आपको 16 जुलाई, 2114 तक तक देखने को नहीं मिलेगा। टाइम एंड डेट वेबसाइट के अनुसार यह आंशिक सूर्य ग्रहण इंडियन स्टैंडर्ड टाइम के अनुसार दोपहर को 3.34 बजे लगेगा और शाम को 5.53 मिनट पर समाप्त होगा। यह ग्रहण 10 देशों में दिखाई देगा। लेकिन कनाड़ा में यह छोटा और आंशिक ग्रहण दिखाई देगा। उत्तरी अमेरिका में यह दिखाई नहीं देगा।
कहां-कहां दिखेगा
ये सूर्यग्रहण 2 अगस्त 2027 को अटलांटिक महासागर से शुरु होगा, जो साउथ स्पेन और उत्तरी अफ्रीका से होता हुआ जाएगा और सऊदी अरब के जेद्दा और मक्का से भी इसकी छाया गुजरेगी। इसके अलावा यमन और सोमालिया के कुछ हिस्सों में भी ग्रहण दिखाई देगा।
क्यों है यह 6 मिनट का
पूर्ण सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चांद, सीधा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। इससे यह सूर्य की रोशनी को पूरी तरह से कवर कर लेता है। आपको बता दें कि सबसे लंबा पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा अपनी ऑर्बिट में पृथ्वी के सबसे निकट होता है, और जब उसकी छाया भूमध्य रेखा के पास पड़ती है, जो चंद्रमा के सबसे निकट होती है। जीन मीयस के अनुसार, तकनीकी तौर से पूर्ण सूर्य ग्रहण 7 मिनट 31 सेकंड तक चल सकता है।
क्या 2 अगस्त 2027 के सूर्य ग्रहण का सूतक काल होगा
2 अगस्त 2027 का ग्रहण जिस देश में दिखेगा, वहां इसका सूतक काल माना जाएगा। सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले शुरू होता है।
इस साल कब लगेगा सूर्य ग्रहण
साल 2025 का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगने जा रहा है। यह पितृपक्ष की अमावस्या का दिन होगा। इस दिन से पितृपक्ष समाप्त हो जाएंगे। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इस साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की शुरुआत 21 सितंबर के रात 11 बजे से होगी। वहीं, इसका समापन 22 सितंबर को सुबह 03 बजकर 24 मिनट पर होगा। भारत में नहीं दिखने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।