रायपुर। कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत को हटाने के संबंध में पूर्व गृहमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता ननकीराम कंवर द्वारा 14 बिंदुओं पर सौंपे गए शिकायती पत्र की जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई है। राज्य शासन के आदेश पर बिलासपुर संभागायुक्त सुनील कुमार जैन द्वारा गठित जांच कमेटी कोरबा से वस्तुस्थिति की जांच-पड़ताल लौट चुकी है, लेकिन डीएमएफ से संबंधित कुछ जानकारी जुटाने के लिए समिति को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके चलते जांच अधूरी होने के कारण शासन को जांच प्रतिवेदन भेजने में भी देर रही हो रही है।
इस संबंध में संभागायुक्त ने बताया कि शासन के निर्देशों के अनुरूप जांच समिति द्वारा कोरबा कलेक्टर के खिलाफ मिले शिकायती पत्र के तमाम बिंदुओं की वस्तुस्थिति की जांच की जा रही है। कुछ जानकारियों प्राप्त नहीं होन के कारण जांच अभी पूरी नहीं हुई है। जांच पूरी होने के बाद जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। वहीं, उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि कोरबा कलेक्टर के खिलाफ पूर्व मंत्री के शिकायती पत्र के संबंध में जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि पूर्व मंत्री श्री कंवर ने अपने शिकायती पत्र में कोरबा कलेक्टर के विरुद्ध 14 बिंदुओं में गंभीर शिकायत शासन को भेजकर उसके स्थानांतरण की मांग की थी। उक्त शिकायत पर उचित कार्रवाई न होने के कारण उनके द्वारा 4 अक्टूबर को रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास के समक्ष कार्यकर्ताओं के साथ शांतिपूर्ण धरना देने के लिए शासन को सूचना दी गई थी।
वे धरना देने रायपुर पहुंचे, लेकिन उन्हें पुलिस द्वारा नजरबंद कर दिया गया था। इस कार्रवाई को लेकर भी पूर्व मंत्री ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत व अपर कलेक्टर देवेंद्र पटेल के खिलाफ शिकायत की है, जिसमें उन्होंने अपने सहयोगियों के खिलाफ अवैधानिक कार्रवाई संबंधी साजिश किए जाने का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके शांतिपूर्ण धरना कार्यक्रम को रोकने तथा मेरे व्यक्तित्व व विश्वनीयता को धूमिल करने के लिए पूर्व नियोजित षड्यंत्र किया गया है।


















