
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से आरंभ हो गया है, जो कि मौजूदा विधानसभा भवन का अंतिम सत्र होगा। इस बीच, नवा रायपुर में नए विधानसभा भवन का निर्माण तेजी से चल रहा है, जो लगभग पूरा हो चुका है और इंटीरियर्स का कार्य अंतिम चरण में है। उम्मीद की जा रही है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र दिसंबर में आयोजित होगा, जबकि 1 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई विधानसभा का लोर्कापण किया जाएगा। यह नया भवन नवा रायपुर के सेक्टर-19 में 52 एकड़ के क्षेत्र में बन रहा है और इसे राज्य की लोकतांत्रिक पहचान और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक माना जा रहा है, साथ ही यह पर्यावरणीय और तकनीकी दृष्टिकोण से भी एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करेगा। इस परियोजना को सितंबर 2025 तक पूरा करने का उद्देश्य है, ताकि इसे 1 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ के 25वें स्थापना दिवस पर जनता के समक्ष प्रस्तुत किया जा सके।
ये हैं प्रमुख सुविधाएं:
500 दर्शकों की क्षमता वाला एक अत्याधुनिक ऑडिटोरियम होगा। 700 कारों की पार्किंग सुविधा। परिसर में दो 1.5-1.5 एकड़ के सरोवरों का निर्माण प्रस्तावित है। सांस्कृतिक संग्रहालय, छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक-संस्कृति को प्रदर्शित करने वाला एक संग्रहालय बनाया जा रहा है। साथ ही हरित ऊर्जा के लिए 300 किलोवाट सौर पैनल की स्थापना की जा रही है। फायर फाइटिंग सिस्टम, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और अत्याधुनिक ऑडियो-वीडियो प्रणाली स्थापित की जा रही है।
इस तरह होगा नजारा:
नए विधानसभा भवन का क्षेत्रफल 52 एकड़ और लागत प्रारंभ में 273 करोड़ रुपए बताई गई थी, लेकिन अब प्रस्तावित लागत 324 करोड़ के आसपास अनुमानित है। नए विधानसभा भवन को तीन प्रमुख विंग में विभाजित किया गया है, प्रत्येक का विशिष्ट कार्य है।
विंग-ए (विधानसभा सचिवालय):
इस विंग में विधानसभा सचिवालय के कार्यालय होंगे। प्रशासनिक कार्यों के लिए डिजाइन किया गया है।
विंग-बी (सदन और सेंट्रल हॉल):
इसमें विधानसभा का मुख्य सदन, सेंट्रल हॉल, मुख्यमंत्री कार्यालय और विधानसभा अध्यक्ष का कार्यालय शामिल हैं। सदन की बैठक क्षमता 200 सदस्य है, यानी 200 विधायक सदन में बैठ सकेंगे। हालांकि राज्य में 90 विधायक होते हैं, लेकिन आने वाले समय में परिसीमन के बाद विधायकों की संख्या बढ़ना तय है।
विंग-सी (मंत्रियों के कार्यालय):
उपमुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के कार्यालय इस विंग में होंगे। प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित कुल 13 मंत्री होते हैं। नए विधानसभा में भविष्य को ध्यान में रखते हुए 24 मंत्रियों के लिए कक्ष बनाए जा रहे हैं।