नशीली दवा की सप्लाई करने वाले वेटनरी डॉक्टर सहित तीन गिरफ्तार

भिलाई. नशीली दवाइयां सप्लाई करने वाले वेटरनरी डॉक्टर समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 9600 नशीली टेबलेट जब्त की हैं. एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने पत्रकारवार्ता में आरोपियों से बारी-बारी से पूछताछ की. आरोपी सेक्टर-7 निवासी मोनू सरदार (31 वर्ष) ने नशीली दवाई बेचना स्वीकार किया. उसने बताया कि उसकी मुलाकात हुडको निवासी वेटरनरी डॉ. अंकुश कुमार (29 वर्ष) से हुई. फिर उसी से वह नशीली दवाइयों का बॉक्स खरीदने लगा. वह एक बॉक्स को 1400 रुपए में खरीदता था और रोज 10 लोगों को बेचता था. एक पत्ती नशीली दवा को 120 रुपए में बेचता था. एक पत्ते में उसे 60 रुपए का लाभ मिलता था. एसपी ने जब अंकुश से पूछताछ की तो उसने मुख्य आरोपी शैलेंद्र शर्मा (47 वर्ष) से नशीली दवाइयों को खरीदना बताया. शैलेष शर्मा दो बार नशीली दवा के मामले में जेल जा चुका है. 20 दिन पहले ही जेल से छूटा था और फिर यही काम शुरू कर दिया. आरोपी डॉ. अंकुश ने बताया कि बिहार के मोतिहारी के एक दवा विक्रेता से शैलेंद्र ने उसकी पहचान कराई थी. इस बीच शैलेन्द्र जेल चला गया, लेकिन अंकुश ने दवाई की सप्लाई करना बंद नहीं किया. कुरियर के जरिए जेल के अंदर से शैलेन्द्र के इशारे पर दवाइयों की बिक्री कर रहा था.