Gariyaband: 56 बच्चों के बीच एकमात्र शिक्षक, छात्रों ने कर दी स्कूल में तालाबंदी

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के अंतर्गत आने वाले ब्लाक फिंगेश्वर स्थित शासकीय प्राथमिक स्कूल तर्रा में शिक्षकों की कमी से गुस्साएं पालकों और छात्रों ने आज मंगलवार को स्कूल के मेन गेट में ही ताला जड़ दिया। इसकी जानकारी मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मामला फिंगेश्वर ब्लाक का है, जंहा तर्रा स्कुल 56 बच्चों के लिए एक मात्र शिक्षक पदस्थ हैं। शिक्षकों की कमी से नाराज अभिभावक सुबह से स्कूल गेट में ताला जड़ कर शिक्षकों की मांग करने लगे। इस दौरान बच्चे पेड़ के नीचे पढ़ाई कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलने के कई घंटे बाद नयाब तहसीलदार और बीईओ मौके पर पहुंचे। उन्होंने जल्द शिक्षक उपलब्ध कराने का लिखित आश्वाशन दिया और वैकल्पिक व्यवस्था के लिए एक शिक्षक दिया। जिसके बाद पालकों ने स्कूल गेट का ताला खोल कर एक हफ्ते में शिक्षकों की कमी दूर नहीं होने पर फिर तालाबंदी की चेतावनी दी है।
छात्रों ने बताया कि उनके स्कूल में पहली से पांचवीं तक 56 बच्चों के बीच एक मात्र शिक्षक हैं जो उन्हें पढ़ाई करवाते हैं। इसके कारण ज्यादातर बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती है। छात्रों के पालकों ने बताया कि स्कूल में एक शिक्षक होने के चलते हमारे द्वारा शिक्षा विभाग से काफी समय से शिक्षक की मांग की जा रही है। उन्हें विभाग की ओर से लगातार आश्वासन ही दिया जा रहा था। इससे तंग आकर हमें आज मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ रहा है।
इस मामले की जानकारी लगते ही स्थानीय जनपद सदस्य संतोष सेन भी बच्चों के समर्थन में पहुंचे और उन्होंने बच्चों की मांग को जरूरी बताते हुए उनके विरोध का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिक शाला में काफी समय से शिक्षकों की कमी है। इसको लेकर सीईओ, डीईओ, बीईओ और जिले के उच्चाधिकारियों से कई बार मांग कर चुके हैं। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही जिसके चलते आज हमने स्कूल में तालाबंदी की है और हम तब तक यहां से नहीं हटेंगे जब तक 2 शिक्षक पूर्ण रूप से इस प्राथमिक शाला को नहीं दिए जाते है।
फिंगेश्वर विकास खंड शिक्षा अधिकारी रामेंद्र जोशी का कहना है कि ग्रामीणों की मांग पर एक शिक्षक मिथिलेश भारती की व्यवस्था कर दी गई है। दूसरे शिक्षक के लिए हफ्ते भर का समय लिया है। एक हफ्ते के अंदर भी दूसरे शिक्षक की व्यवस्था कर दी जाएगी।