
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत ने 2027 तक चीन को हराकर दुनिया का नंबर एक ऑटोमोबाइल निर्माता बनने का लक्ष्य रखा है.
भारतीय वाहन बाजार नौ साल पहले के 4.5 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 12.5 लाख करोड़ रुपये के आकार तक पहुंच गया है. पिछले साल भारत जापान को पछाड़कर अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया था. उद्योग ने 4.5 करोड़ लोगों को नौकरियां दी हैं. भारत में मजबूत इंजीनियरिंग प्रतिभा पूल, कम श्रम लागत और अनुकूल सरकारी नीतियों के कारण दुनिया का अग्रणी वाहन निर्माता बनने की क्षमता है.