जहां मुर्गी पालन , वहीं बन रहा मां बम्लेश्वरी का प्रसाद..
आंध्र प्रदेश के तिरुमाला मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिलावट के बाद छत्तीसगढ़ में भी मां बम्लेश्वरी के लिए बनने वाले प्रसाद पर सवाल उठ गए हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी में चढ़ने वाले प्रसाद बनाने वाले फैक्ट्री में छापेमारी की। इस दौरान पोल्ट्री फार्म में माता राना में चढ़ने वाला प्रसाद बनाते पकड़ा है। पूरा मामला डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र के राका गांव का है।
खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी के दौरान पता चला कि करीब 5000 स्क्वायर फीट में कैंपस है। इसी में पोल्ट्री फार्म है और प्रसाद बनाने की फैक्ट्री भी संचालित है। पोल्ट्री फार्म और प्रसाद फैक्ट्री के मालिक मजहर खान हैं। यहां खाद्य विभाग ने मजहर खान के एक पोल्ट्री फार्म में छापा मारा है, जहां बड़ी मात्रा में ‘श्री प्रसाद’ नाम से इलायची दाना बनाया जा रहा था. हैरानी की बात ये है कि जिस पैकेट में ये इलायची दाना बेचा जा रहा था उसमें माता बम्लेश्वरी के भक्तों को गुमराह करने के लिए ये भी लिखा हुआ है कि इसे ‘साफ एवं पवित्र वातावरण में निर्मित’ किया गया है.
जहां खाद्य विभाग ने छापा मारा है वहां मुर्गी पालन भी होता है और ये डोंगरगढ़ के ग्राम राका में स्थित है. यहां से खाद्य विभाग की टीम ने इलायची दाना के सैंपल लिए है. प्रारंभिक पूछताछ में खाद्य विभाग के अधिकारियों को इलायची दाना निर्माण से जुड़ी कोई भी अनुमति के दस्तावेज नहीं मिले है. यहां निर्माण होने वाली प्रसाद की सप्लाई डोंगरगढ़ के माता बम्लेश्वरी मंदिर में प्रसाद बेचने वाले व्यापारियों को होती है.
फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों का दावा है कि पोल्ट्री फार्म उसी परिसर में है, लेकिन वहां काम करने वाले मजदूर अलग है. हालांकि ये पुलिस और खाद्य विभाग के लिए जांच का विषय है कि माता को चढ़ाए जाने वाली प्रसाद पोल्ट्री मजहर खान नाम के व्यापारी के यहां नाम बदलकर ‘श्री प्रसाद’ के नाम से कैसे बन रही है.