मुंबई. अर्थव्यवस्था में तेजी के बावजूद देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. ने दूसरी तिमाही के लिए निराशाजनक नतीजे घोषित किए हैं. दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 5 प्रतिशत घटकर 16,563 करोड़ रुपए रहा है.
दूरसंचार इकाइयों का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा लेकिन वैश्विक स्तर पर अधिक आपूर्ति के कारण रिफाइनरी और पेट्रोरसायन कारोबार में मार्जिन प्रभावित हुआ है. मुख्य रूप से अधिक कर्ज के कारण वित्तीय लागत 5 प्रतिशत बढ़कर 6,017 करोड़ रुपए होने से भी कंपनी का प्रदर्शन प्रभावित हुआ है. रिलायंस का कर्ज सितंबर के अंत में बढ़कर 3.36 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो जून के अंत में 3.04 लाख करोड़ रुपए था.