ओम हॉस्पिटल सरायपाली के डॉक्टरों का एक और किर्तीमान, जटिल ऑपरेशन के जरिए महिला की बचाई जान

सरायपाली। ओम हॉस्पिटल सरायपाली के डॉक्टरों ने छोटे से अंचल में एक और जटिल सर्जरी कर सफलता प्राप्त की है। अस्पताल में एक 24 साल की महिला की जान डॉक्टरों के सूझ-बूझ और उचित प्रबंधन से बची है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ग्राम अर्जूण्डा निवासी विमला बरिहा (24) पति विमल बरिहा जो कि डेढ़ महीना की गर्भावस्था में थी। महिला का किसी कारण से स्वतः ही गर्भपात हो गया। जिसके कारण महिला के शरीर से काफी खून चला गया।
मरीज के शरीर में केवल दो ग्राम खून ही बचा था। परिजन मरीज को लेकर 21 जून को दिन भर गंभीर अवस्था में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल इलाज के लिए भटकते रहे। जिले के किसी भी अस्पताल में इलाज नहीं मिलने के कारण मरीज को गंभीर अवस्था में करीब रात 12 बजे ओम हॉस्पिटल सरायपाली भर्ती करवाया गया।
जहां पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपिका अग्रवाल (महिला रोग विशेषज्ञ) द्वारा बताया कि शरीर में खून की काफी कमी के कारण मरीज की हालत गंभीर है। मरीज के परिजनों को डॉक्टर ने बताया कि महिला को तत्काल खून चढ़ाने की आवश्यकता है।
इसके बाद मरीज की सोनोग्राफी करने पर यह पता चला कि मरीज के बच्चेदानी के नली (Fallopian Tube) में गर्भ का ठहराव हो गया था। इस वजह से खून का जमाव पेट में होने लगा। इसी के साथ ही मरीज का ब्लड प्रेशर भी कम हो गया।
डॉ. दीपिका अग्रवाल द्वारा मरीज के परिजनों को सारी जटिलताओं के बारे में अवगत कराया गया। साथ ही 5-6 यूनिट बल्ड की व्यवस्था करने के बाद ही सर्जरी का सुझाव दिया गया। मरीज के परिजनों की सहमती के बाद ही डॉक्टरों ने सर्जरी की। इसके उपरांत बच्चेदानी की नली को काटकर एक दूसरे से जोड़कर ऑपरेसन किया गया। पेट में हो रहे खून के रिसाव को बंद किया गया।
सर्जरी के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और आज उसे अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। डॉ. दीपिका अग्रवाल ने सभी डॉक्टर्स, स्टाफ और क्षेत्र वासियों को सरायपाली में सफलता पूर्वक सर्जरी होने पर बधाई दी है।
उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा है कि आने वाले समय में और भी जटिल ऑपरेशन सभी के सहयोग से किया जाएगा। जिससे कि मरिजों को महानगरों तक जाना न पड़े। आगे उन्होने बताया कि अंचल में अच्छी स्वास्थ्य सेवा देने के लिए ओम हॉस्पिटल सरायपाली प्रसिद्ध है।