इस जिले में 12 घंटे में मिले 500 से ज्यादा आई फ्लू के मरीज

मंगलवार की सुबह से शाम तक सरकारी अस्पतालों में आई फ्लू के 500 से ज्यादा मरीज पहुंचे हैं। साफ है कि लगातार इसके मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं। वही निजी अस्पतालों में इनके मरीज मिलने की पुष्टि की गई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने के साथ संक्रमित हो चुके लोगों को घर में रहने की सलाह दी है, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ते हुए इसे नियंत्रण में लाया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इससे निपटने के लिए नियंत्रण कार्य तेज कर दिया गया है। आने वाले एक से दो सप्ताह में खुद बखुद ही इसका वायरस कमजोर होने लगेगा। मौजूदा स्थिति में इससे बचना जरूरी हो गया है। साथ ही सलाह दी गई है कि आंखें लाल होने और खुजली शुरू होने पर तत्काल अस्पताल पहुंचकर चिकित्सक से परामर्श व दवाएं लें, ताकि इस रोग को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके।
ये है आई फ्लू के लक्षण
- आई फ्लू में आंखें लाल हो जाती हैं।
- आंखों से पानी आने लगता है।
- तेज जलन होती है।
- पलकों पर पीला और चिपचिपा तरल जमा होने लगता है।
- आंखों में चुभन होती है और सूजन आ जाता है।
- तेज दर्द होता है।
- आंखों में खुजली भी होती है।
- इंफेक्शन अधिक बढ़ जाने पर आंखों में हेमरेज, किमोसिज हो जाता है।
आई फ्लू से बचाव के उपाय
- पीड़ित व्यक्ति काला चश्मा पहनें।
- टीवी या मोबाइल से दूरी बनाएं।
- आंखों को बार-बार छूने से बचें।
- इन्फेक्शन से बचने के लिए वर्षा में भीगने से बचें
- आंखों को गुनगुने पानी से साफ करें।
- आंखों को साफ करने के लिए साफ और सूती कपड़े का इस्तेमाल करें।
- आई फ्लू के लक्षण दिखते ही तुरंत डाक्टर से संपर्क करें।