भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में चल रहे एक फेस्टिवल में भाग लेने गईं डीयू के भारती कॉलेज की छात्राओं का कपड़े बदलते वक्त वीडियो बनाने का मामला सामने आया है. वीडियो बनाने वाले युवक की पहचान आईआईटी में आउटसोर्स के जरिये नियुक्त सफाई कर्मचारी के रूप में हुई है. उसे किशनगढ़ पुलिस के हवाले किया गया है.
शुक्रवार को फैशन के दौरान हुई घटना आईआईटी दिल्ली में शुक्रवार को फैशन शो का आयोजन किया गया था. इसमें भाग लेने के लिए भारती कॉलेज की 10 छात्राएं भी गईं थीं. छात्राओं का आरोप है कि फैशन शो के दौरान वे जब वे वॉशरूम में जाकर कपड़े बदल रहीं थीं, इस दौरान वहां छुपकर एक युवक उनका वीडियो बना रहा था. उन्होंने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. पकड़े जाने पर युवक माफी की गुहार लगाने लगा. घटना की जानकारी आईआईटी प्रशासन को दी गई.
आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा पुलिस ने बताया कि एक लड़के द्वारा आईआईटी दिल्ली के लेडीज वॉशरूम में कपड़े बदलते वक्त छात्राओं का वीडियो बनाने के संबंध में शिकायत मिली थी. आरोपी पर केस दर्ज कर लिया गया है. 20 वर्षीय आरोपी संविदा सफाई कर्मचारी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
छात्रसंघ ने घटना पर सख्ती दिखाने की मांग की दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने कहा कि इस मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि घटना की शिकायत शुक्रवार रात में ही किशनगढ़ थाने में दी गई थी. इस दौरान एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव और दिल्ली के प्रभारी नीतीश गौर ने कहा कि मामले में कड़ी कार्रवाई की अपील की है.
आरोप आईआईटी प्रशासन ने कार्रवाई में देरी की
छात्राओं का आरोप है कि आईआईटी प्रशासन ने कार्रवाई करने में देरी दिखाई. उन्हें कोई सहायता उपलब्ध नहीं कराई. हालांकि आईआईटी दिल्ली ने इस मामले पर जारी बयान जारी कर कहा है कि शुक्रवार को दुर्भाग्यपूर्ण और अफसोसजनक घटना हुई, जिसके आरोपी को तत्काल दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया था. आरोपी की पहचान एक एजेंसी के कर्मचारी के रूप में की गई है. वह आउटसोर्स के जरिये सफाई कर्मचारी के रूप में सेवाएं दे रहा था. संस्थान ने पूरे मामले को गंभीरता के साथ लिया है. संस्थान ने फेस्ट में सभी छात्रों और आगंतुकों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने के लिए उपायों को मजबूत किया है.
इंस्टाग्राम पर आपबीती बताई
घटना को लेकर छात्राओं ने इंस्टाग्राम पर आपबीती साझा की. पीड़ित छात्राओं ने शौचालय के बाहर महिला सुरक्षा गार्डों की अनुपस्थिति पर भी प्रकाश डाला. पोस्ट में कहा गया है,हमें यह भी संदेह है कि वीडियो अभी भी मौजूद हो सकता है क्योंकि घटना के समय हमने जो फोन कवर और डिवाइस देखा था, वह अधिकारियों द्वारा जब्त किए गए कवर से अलग था.