छत्तीसगढ़: 5 युवतियों को बिना दस्तावेज भेजे रहे थे बेंगलूरु, पुलिस ने लौटाया
भिलाई: दुर्ग पुलिस ने रेलवे और जीआरपी पुलिस के साथ संयुक्त रुप से रविवार को दुर्ग रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण किया. स्टेशन पर कुछ संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की. उनके बैग को खुलवाकर जांच की गई. डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते ने यार्ड में आने वाले सामान और स्टेशन पर टिफिन आदि की चेकिंग की. सभी सामान्य रहा. दुर्ग पुलिस दल बल के साथ स्टेशन की चेकिंग कर रही थी. इसी बीच दो लड़के और पांच लड़कियां बैग और ट्राली बैग लिए मिली. जिला पुलिस की मौजूदगी में आरपीएफ पुलिस ने रोक लिया. उनसे पूछताछ की गई. बालिकाओं ने बताया कि छत्तीसगढ़ से बेंगलूरु भेजा जा रहा है. चेकिंग में उनके पास कोई कॉल लेटर या कंपनी का प्रमाण पत्र कुछ भी नहीं था.
कुछ लड़कियों ने अपने पैरेंट्स से झूठ बोलकर पढ़ने जाना बताया था. वहीं एक लड़की ने बताया कि रस्तोगी कॉलेज से दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत बैंग्लोर भेजा जा रहा है. वहां राजेश सर मिलेगे. ऐप्पल कंपनी में जॉब करना होगा. उसने यह भी बताया कि पूर्व में उसे भेजा गया था तो रमैय्या अस्पताल में झाडू पोछा लगवाते थे. यह बच्चिायां सिर्फ राजोश नामक व्यक्ति के मोबाइल नम्बर के सहारे जा रही थी. रेलवे पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें लौटा दिया.
एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे स्टेशन और टैक्सी स्टैंड आदि का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे. शहर एएसपी सुखनंदन राठौर के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में पहुंचे. सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक जांच की गई. स्टेशन पर अनावश्यक घुमने वालों को समझाइश दी गई. ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया गया. निरीक्षण के दौरान भिलाइ नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी, उप पुलिस अधीक्षक यातायात सतीष ठाकुर, उप पुलिस अधीक्षक चंद्रप्रकाश तिवारी, मोहन नगर थाना निरीक्षक मोनिका पांडेय, रक्षित निरीक्षक नीलकंठ वर्मा, रेल्वे पुलिस निरीक्षक संजीव कुमार सिन्हा, जीआरपी से उपनिरीक्षक केबी राठौर आदि उपस्थित रहे.