गंगोत्री और नीलकंठ मार्ग बंद होने से घंटों फंसे रहे कांवड़िए
उत्तरकाशी/ऋषिकेश . उत्तराखंड में सावन माह के पहले सोमवार को सड़कें बंद होने के कारण शिवभक्तों को मुश्किलें झेलनी पड़ीं. उत्तराखंड के विशनपुर में जहां गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहने से दिनभर कांवड़ यात्री फंसे रहे. वहीं, मलबा आने से बंद हुए ऋषिकेश-नीलकंठ मंदिर मार्ग पर भी लंबा जाम लग गया.
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर विशनपुर के समीप सोमवार को दूसरे दिन भी भारी मलबा गिरने के कारण आवाजाही प्रभावित रही. कांवड़िए और चारधाम यात्री दिनभर परेशान रहे. कांवड़ियों के लिए पैदल आवाजाही के लिए मार्ग खोलने का प्रयास जारी रहा. बीआरओ की चार जेसीबी मशीनें और श्रमिक विशनपुर में हाईवे से मलबा हटाने में लगे रहे. शाम पांच बजे मार्ग को पैदल आवाजाही के लिए खोला जा सका.
इसके बाद पैदल कांवड़ियों को एक-एक कर क्षतिग्रस्त हिस्सा पार कराया गया. इसके अलावा गंगोत्री हाईवे नेताला, मनेरी झरना और सिलकुरा में करीब तीन घंटे तक यातायात बाधित रहा.
ऋषिकेश के निकट नीलकंठ मंदिर मार्ग पर सावन का पहला सोमवार होने के चलते यात्रियों की भारी भीड़ थी. खासकर दुपहिया वाहन सवार कांवड़ियों की संख्या ज्यादा थी. लेकिन सोमवार सुबह 10 बजे अचानक नीलकंठ मंदिर के पास सड़क पर भारी मलबा आ गया.
यहां पीब्ल्यूडी ने एक घंटे में मलबा हटाकर मार्ग खोला, लेकिन इसके बाद गरुड़चट्टी के पास भी मलबा आ गया. यहां पर भी करीब डेढ़ घंटे बाद मार्ग खुल पाया.
कर्णप्रयाग में बंद रहा मार्ग सोमवार को कर्णप्रयाग में अपर बाजार बाईपास मोटर मार्ग पंचपुलिया में पहाड़ी से बोल्डर आने के कारण करीब 10 घंटे तक बाधित रहा. इस दौरान पिंडरघाटी और कुमाऊं की तरफ से आने वाले कई मालवाहक वाहन बस फंसे रहे. दोपहर बाद यातायात बहाल हो सका.