वास्तु में सीढ़ियों के निर्माण के लिए कुछ जरूरी बाते बताई गई हैं. मान्यता है की सीढ़ियों को बनवाते समय वास्तु के इन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए. कहा जाता है कि गलत दिशा में बनी सीढ़ी घर की नेगेटिविटी बढ़ाती है और घर में वास्तु दोष उत्पन्न करती हैं. इसलिए सीढ़ी से कुछ वास्तु टिप्स को अनदेखा नहीं करना चाहिए. कहा जाता है सीढ़ियों से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स को अपनाकर हम फैमिली की कुछ परेशानियों को दूर कर सकते हैं. आइए उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के असिस्टेन्ट प्रोफेसर और समन्वयक डॉ नन्दन कुमार तिवारी द्वारा लिखी गई किताब ‘गृह निर्माण विवेचन’सीढ़ियों का वास्तु जानते हैं-
सीढ़ियों से जुड़े वास्तु टिप्स :
वास्तु के अनुसार,सीढ़ियों की चौड़ाई एक हाथ से तीन हाथ के बीच होनी चाहिए.
वहीं,सीढ़ियों में पायदानों की हमेशा विषम संख्या जैसे 11,13,15,17 या 21 होनी चाहिए.
ईशान कोण में सीढ़ियों का निर्माण करवाना शुभ नहीं होता है.
वास्तु में घर के दक्षिण-पश्चिम में सीढ़ियों का निर्माण करवाना अति शुभ माना गया है.
वास्तु में घुमावदार सीढ़ियों का निर्माण करवाना अशुभ माना गया है.
सीढ़ियों के नीचे पूजाघर का भी निर्माण न करवाएं.
वास्तु के मुताबिक टूटी-फुटी सीढ़ियों घर में अशांति लाती है. इसलिए इसे तुरंत ठीक करवाने की कोशिश करें.
इसके अलावा घर में ब्रह्म स्थान का भी बड़ा महत्व है. इस जगह सीढ़ियों का निर्माण नहीं करवाना चाहिए.
वास्तु के अनुसार, सीढ़ियों के नीचे नेगेटिव एनर्जी वाले स्थान जैसे टॉयलेट, स्टोर रूम या डस्टबिन नहीं रखना चाहिए.
मान्यता है कि सीढ़ियों के शुरू और अंत में दरवाजे वास्तु के नियमों के अनुसार होने चाहिए. नीचे का दरवाजा ऊपर के दरवाजे के बराबर या थोड़ा बड़ा होना चाहिए.