तिरुपति मंदिर के प्रसाद वाले लड्डू पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
देश के प्रमुख श्रद्धा केंद्रों में से एक तिरुपति मंदिर पर मिलने वाले प्रसाद के लड्डू में मछली का तेल और सुअर की चर्बी जैसी चीजें पाए जाने की पुष्टि ने हड़कंप मचा दिया है. लड्डू को लैब में भेजा गया था, जिसमें यह पुष्टि की गई है कि जिस वसा से इस प्रसाद को बनाया जाता है, उसमें बीफ टैलो, सुअर की चर्बी और मछली के तेल का अंश है. इस रिपोर्ट ने आंध्र प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है. इसके अलावा पूरे देश में ही इस बात की चर्चा हो रही है कि आखिर कैसे तिरुपति के प्रसाद की शुद्धता से समझौता किया गया और यह करोड़ों भक्तों की आस्था से खिलवाड़ है.
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लड्डू वाले विवाद पर आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार से रिपोर्ट तलब कर ली है. स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हमने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. इसके बाद जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ FSSAI के मानकों के तहत ऐक्शन लिया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि फिलहाल रिपोर्ट ही तलब की गई है. आगे की कार्रवाई पर जांच रिपोर्ट के बाद ही फैसला लिया जाएगा. जेपी नड्डा ने कहा कि ऐसी जानकारी मिली है कि लड्डू में पिग फैट, मछली का तेल और बीफ टैलो के अंश वाला घी प्रयोग किया गया.
इसके बाद हमने राज्य सरकार से बात की है. हमने चंद्रबाबू नायडू सरकार से कहा है कि आपके पास जो भी जानकारी मौजूद है, वह साझा करें. रिपोर्ट आने के बाद हम ऐक्शन लेंगे. गौरतलब है कि इस मामले में पूर्व की जगनमोहन रेड्डी सरकार को घेरा जा रहा है. कहा जा रहा है कि उसके दौर में व्यवस्था बदली थी और उसने जिन ठेकेदारों को इस काम में लगाया, उनकी ओर से यह गड़बड़ी की गई. फिलहाल देश भर में इसकी चर्चा है और लोगों का कहना है कि यह आस्था से खिलवाड़ का मामला है. आखिर प्रसाद में कैसे मांसाहार जैसी चीजों को शामिल किया जा सकता है.