800 का चार्जर वापस करने में गंवाए 5.3 लाख
पुणे. पुणे के एक 71 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक को ऑनलाइन खरीदा 800 रुपये का फोन चार्जर वापस करना बहुत महंगा पड़ा. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के फर्जी ग्राहक सेवा नंबर के चक्कर में उलझ उन्होंने 5.3 लाख रुपये से अधिक गंवा दिए. साइबर अपराधियों ने उनसे बातों-बातों में ओटीपी पूछ खाते से मोटी रकम पार कर दी. इस धोखाधड़ी की सहकार नगर निवासी सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिक ने पार्वती पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. कुछ महीने पहले उन्होंने एक स्थापित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से लगभग 800 रुपये में कार के लिए एक फोन चार्जर खरीदा था. कुछ समय बाद चार्जर ने काम करना बंद कर दिया. उन्होंने चार्जर रिप्लेस करने या बदलने के लिहाज से वेबसाइट पर कस्टमर केयर नंबर खोज कॉल किया. कॉल रिसीव करने वाले व्यक्ति ने उनकी शिकायत सुनी और कहा कि एक और वैरिफिकेशन कॉल आएगी. थोड़ी देर बाद उन्हें एक और कॉल आई जिसमें कॉलर ने कहा कि समस्या के समाधान के लिए शिकायतकर्ता को 2 रुपये सर्विस चार्ज देना होगा. भुगतान के लिए कॉल करने वाले ने उन्हें एक लिंक भेजा. कुछ समय बाद कॉल करने वाले ने उनसे एक मैसेज पर मिला नंबर शेयर करने के लिए कहा. फिर अगली कॉल में गड़बड़ी का हवाला देकर वरिष्ठ नागरिक से पांच बार नंबर शेयर करने के लिए कहा. कुछ समय बाद शिकायतकर्ता को उनके बैंक से फोन आया कि वे उनकी ऑनलाइन बैंकिंग सुविधा बंद कर रहे हैं, क्योंकि उससे लगातार धोखाधड़ी वाले लेन-देन की सूचना मिली है. इस पर र उन्हें अपने साथ धोखाधड़ी का अहसास हुआ. इस तरह कुल छह लेनदेन में शिकायतकर्ता को 5.36 लाख रुपये का चूना लगाया गया. साइबर सेल अब अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन नंबर और बैंक खातों की जांच कर रहा है.