गुजरात के अहमदाबाद में नकली ऑस्ट्रेलियाई डॉलर छापने के आरोप में पुलिस ने एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. वटवा के एक गोदाम से नकली नोट मिले हैं. जांचकर्ताओं ने गुरुवार को बताया कि अहमदाबाद पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को अहमदाबाद के वेजलपुर में नकली करेंसी सर्कुलेशन के बारे में सूचना मिल थी. जिसके बाद इस रैकेट का भंडाफोड़ किया गया.
24 साल के मजदूर रौनक राठौड़ को सबसे पहले 50 डॉलर के 119 नकली ऑस्ट्रेलियाई नोट बदलने की कोशिश करते समय गिरफ्तार किया गया था. उसने पूछताछ में बताया कि उसे नकली नोट 24 साल के खुश पटेल से मिले थे, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसने पुलिस को कथित मास्टरमाइंड 36 साल के मौलिक पटेल तक पहुंचाया, जो एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी है. एसओजी को पता चला कि मौलिक पटेल 20 साल के छात्र ध्रुव देसाई के साथ मिलकर वटवा केएक कारखाने में नकली ऑस्ट्रेलियाई डॉलर छापने का काम करता है.
पुलिस ने 50 डॉलर के 32 तैयार नकली नोट और 18 आंशिक रूप से छपे हुए नोट बरामद किए हैं. जब्त की गई वस्तुओं की कुल कीमत 11,92,500 है, जिसमें 2,10,000 मूल्य के सात मोबाइल फोन और 16,500 भारतीय करेंसी शामिल है. पुलिस ने नकली करेंसी के लिए टेम्पलेट के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली असली करेंसी भी बरामद की.
पिछले महीने नवरंगपुरा इलाके में एक सर्राफा व्यापारी से 500 रुपये के नकली नोटों की स्कीम के जरिए 1.6 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. नकली नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर की जगह बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर की तस्वीर छपी थी. यह घोटाला 2,100 ग्राम सोने के सौदे के तहत सामने आया, जिसकी कीमत 1.6 करोड़ थी.