
CG News: मोहला मानपुर जिले के शेरपार गांव के शासकीय स्कूल (Government School) में पढ़ाने वाली शिक्षिका बरखा वासनिक की मौत एक सड़क हादसा (Road Accident) नहीं बल्कि योजनाबद्ध तरीके से उनके पति ने ही एक दोस्त के साथ मिलकर हत्या (Murder) की वारदात को अंजाम दिया। वहीं पुलिस (Police) ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया।
दो महीने पहले हुई थी टीचर की हत्या
22 मार्च के दिन शेरपार के हायर सेकंडरी स्कूल (Higher Secondary School) में पढ़ाने वाली शिक्षिका बरखा वासनिक उसी स्कूल के प्यून (Peon) मथुरा मंडावी को स्कूटी (Scooty) पर बिठाकर स्कूल से दल्लीराजहरा आ रही थी। इसी दौरान बीच रास्ते पर उन्हें अज्ञात वाहन (Unknown Vehicle) ने ठोकर मार दी। पुलिस को जानकारी मिलते ही वह मौके पर पहुंची और जब उन्हें एंबुलेंस (Ambulance) के माध्यम से अस्पताल (Hospital) पहुंचाया गया तो शिक्षिका बरखा वासनिक की मौत हो चुकी थी। जिसका पोस्टमार्टम (Postmortem) कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) में चोट लगने की वजह से हत्या किए जाने की बात सामने आई।
मृतिका की बहन ने निकाला CCTV फुटेज (CCTV Footage)
लगातार पुलिस के पास जाने के बाद भी वह मानने को तैयार नहीं तो शिक्षिका के मायके पक्ष के लोग शेरपार गांव पहुंचे। जहां दबी जुबान से लोगों में चर्चा थी कि बरखा वासनिक की हत्या हुई है। फिर मृतिका की बहन स्कूल के बच्चों से मिली तो पता चला कि सुबह से पूरा दिन एक बोलेरो गाड़ी (Bolero Vehicle) उस गांव में मंडरा रही थी। स्कूली बच्चों ने बताया कि गाड़ी में सवार लोग उनसे स्कूल की छुट्टी (School Closing Time) का समय भी पूछा। जिससे उनका शक और गहरा गया। फिर उस रास्ते पर लगे सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) को भी उन्होंने निकाला।
मायके पक्ष ने जताई हत्या की आशंका
घटना को पुलिस अज्ञात वाहन से हुआ सड़क हादसा ही मान रही थी लेकिन शिक्षिका बरखा वासनिक के मायके पक्ष के लोगों ने हत्या (Murder) की आशंका जताई और मृतिका के पति विद्युत विभाग (Electricity Department) दुर्ग में सहायक इंजीनियर (Assistant Engineer) शीशपाल वासनिक पर हत्या का संदेह जताया और बालोद SP (Superintendent of Police) और दुर्ग IG (Inspector General) से जाकर मिले। तब नए सिरे से जांच शुरू हुई।
पुलिस के सामने चुनौती
मृतिका के मायके पक्ष के संदेह के बाद पुलिस अब सड़क हादसे को हत्या (Murder) के एंगल से जांच करने लगी। पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती थी कि जिस जगह पर शिक्षिका के साथ हादसा हुआ था वह सुनसान इलाका (Deserted Area) था और ना ही वहां पर कोई प्रत्यक्षदर्शी (Eyewitness) थे। फिर भी पुलिस ने बोलेरो गाड़ी चालक सुपेला निवासी कयामुद्दीन को हिरासत (Custody) में लेकर पूछताछ की क्योंकि कयामुद्दीन का मोबाइल लोकेशन (Mobile Location) उस दिन उसी तरफ था। तब पता चला कि मृतिका शिक्षिका के पति विद्युत विभाग दुर्ग में सहायक इंजीनियर के पद पर कार्यरत शीशपाल वासनिक के साथ मिलकर दोनों ने हत्या की है।
YouTube में देखा Crime Video
पुलिस की पूछताछ में आरोपी पति शीशपाल ने बताया कि घटना की प्लानिंग (Planning) बहुत पहले से वह कर रहा था। सबसे पहले तो हत्या करने का वीडियो उसने यूट्यूब (YouTube) पर देखा और फिर सबूत मिटाने के लिए क्राइम वीडियो (Crime Video) देखा। फिर घटना के एक दिन पहले रात को मोबाइल नंबरों की सूची (List of Mobile Numbers) तैयार की, सूची में बकायदा समय भी लिखा था और स्वीपर (Sweeper) को दूसरे दिन मोबाइल और सूची स्वीपर को दिया और सूची में दिए नंबर को समय-समय पर फोन लगाने की बात कहते हुए वहां से चले गया, ताकि पुलिस अगर मोबाइल लोकेशन (Mobile Location) की जांच करे तो उनका मोबाइल लोकेशन दुर्ग में ही मिले।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
घटना के दिन 22 मार्च को शीशपाल अपने दोस्त कयामुद्दीन के साथ बोलेरो (Bolero) पर सवार होकर दुर्ग से निकले और शेरपार पहुंचकर स्कूली बच्चों से स्कूल की छुट्टी (School Closing) के संबंध में पूछा। स्कूल की छुट्टी का इंतजार करते रहे, जैसे ही स्कूल की छुट्टी हुई और शिक्षिका बरखा स्कूटी (Scooty) पर सवार होकर प्यून मथुरा मंडावी को बिठाकर स्कूल से निकली तो बोलेरो पर सवार होकर निकल गए। आधे रास्ते पर जाकर बरखा को आगे बढ़ने दिया और सुनसान इलाका (Deserted Area) देखकर बोलेरो चालक ने स्कूटी को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी और उतरकर देखने पर बरखा की सांसें चल रही थी तो बोलेरो में रखे रॉड (Rod) से कई बार बरखा पर वार किए और मौके से फरार हो गए। पुलिस को जानकारी मिली तो वह मौके पर पहुंचकर एंबुलेंस (Ambulance) के माध्यम से अस्पताल (Hospital) पहुंचाया जहां उसकी मौत हो चुकी थी, वहीं प्यून मथुरा बेसुध थी।
यह थी हत्या की वजह
पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला कि आरोपी शीशपाल नशे का आदि (Addict) था। जिसको लेकर आए दिन घर में विवाद (Domestic Dispute) होता था। जिससे दोनों के तलाक (Divorce) की भी नौबत आ गई थी। आरोपी पति ने बरखा के नाम से कार (Car) भी खरीदी थी। बरखा की मौत के बाद कार का लोन (Loan) नहीं चुकाना पड़ता। इन दोनों वजहों के चलते आरोपी शीशपाल ने अपनी पत्नी की हत्या अपने साथी कयामुद्दीन के साथ मिलकर की। जिसके लिए कयामुद्दीन को 60 हजार रुपये (Sixty Thousand Rupees) भी दिए।