आज गुरु होंगे अस्त, उदय होकर बनाएंगे ये राजयोग, कई राशियों को होगा लाभ योग

9 जून देवगुरु वृहस्पति के अस्त होने और चातुर्मास की शुरुआत के साथ ही अगले पांच महीनों तक मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। हालांकि गुरु जुलाई में फिर उदय होंगे, लेकिन इसके बाद चातुर्मास लग जाएगा। 9 जुलाई को गुरु ग्रह मिथुन राशि में उदय होंगे और मिथुन राशि के स्वामी बुधदेवता है। 9 जुलाई को गुरु उमिथुन राशि में जब उदय होंगे, तो गुरु बुध की युति से धनलक्ष्मी राजयोग बनेगा, जिसका कई राशियों को लाभ होगा, यहां हम भी आपको बताएंगे कि
वृषभ राशि
गुरु के उदय होने से कई राशियों को लाभ होगा। खासतौर पर वृषभ राशि वालों पर असर होगा। तो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो सफलता मिलने के चांस है, निवेश से भी अच्छा रिटर्न मिलेगा। कई नई जगह से इनकम आएगी। ।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु का राजयोग बहुत अच्छे परिणाम देगा। आपके पास धन की कमी नहीं होगी, हर तरफ से पैसा आएगा, कुल मिलाकर आपके लिए बिजनेस से लाभ के योग बन रहे हैं। नया प्रोजेक्ट भी आपको लाभ देगा।
धनु राशि
गुरु के उदय होने से प्रॉपर्टी या जमीन-जायदाद से लाभ होगा, आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। पुराने निवेशों से भी अच्छा लाभ मिलने के योग बन रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिरता और बढ़ेगी।
चातुर्मास कब लगेगा
6 जुलाई को आषाढ़ शुक्ल पक्ष देवशयनी एकादशी के दिन श्रीहरि विष्णु क्षीर सागर में शयन के लिए चले जाएंगे और इसी के साथ चातुर्मास का आरंभ हो जाएगा। चातुर्मास के दौरान सनातन धर्मावलंबियों के लिए शादी-विवाह, जनेऊ, मुंडन, गृह प्रवेश आदि जैसे सभी मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। इस अवधि में साधु-संत और सन्यासी चार महीने तक अपना आसन जमाकर भजन-कीर्तन, भगवत गुणगान, कथा-प्रवचन जैसे धार्मिक कार्यों में लीन रहते हैं।