
अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक डॉक्टर को हल्दीराम की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर 11 लाख 25 हजार रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया है. इस मामले में अंबिकापुर की कोतवाली पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन साइबर ठगों को बिहार से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी गई रकम का एक बड़ा हिस्सा, मोबाइल फोन और बैंकिंग दस्तावेज बरामद किए हैं, जिससे साइबर अपराधों पर लगाम कसने के पुलिस के प्रयासों को बल मिला है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अंबिकापुर निवासी डॉ. अमित असाटी साइबर ठगों के जाल में फंस गए. ठगों ने हल्दीराम नाम से एक फर्जी वेबसाइट तैयार की थी, जिसके माध्यम से उन्होंने डॉ. असाटी को हल्दीराम की फ्रेंचाइजी दिलाने का झांसा दिया. आकर्षक प्रस्तावों और फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे ठगों ने डॉ. असाटी को विश्वास में ले लिया. आरोपियों ने डॉ. असाटी से फ्रेंचाइजी खुलवाने के लिए कुल 50 लाख रुपये की मांग की थी. डॉ. असाटी, जो शायद एक नए व्यापार अवसर की तलाश में थे, इन ठगों के झांसे में आ गए. उन्होंने ठगों द्वारा बताए गए विभिन्न बैंक खातों में अलग-अलग किस्तों में कुल 11 लाख 25 हजार रुपये जमा करवा दिए. यह सिलसिला कई दिनों तक चला, और जैसे-जैसे पैसा ट्रांसफर होता रहा, ठगों की मांगें बढ़ती गईं.
पुलिस और साइबर सेल ने की कार्रवाई
कुछ समय बाद, जब डॉ. असाटी को यह एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है और उन्हें कोई फ्रेंचाइजी नहीं मिल रही है, तो उन्होंने तुरंत अंबिकापुर के कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई. मामले की गंभीरता को देखते हुए, कोतवाली पुलिस ने साइबर सेल की टीम के साथ मिलकर जांच शुरू की. पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और बैंक लेनदेन के विवरण का बारीकी से विश्लेषण किया.