जम्मू-कश्मीर में आतंकियों तक पहुंचा चीन का ‘अल्ट्रा सेट’

श्रीनगर: चीन द्वारा पाकिस्तान की सेना को दिए गए अत्याधुनिक दूरसंचार उपकरण ‘अल्ट्रा सेट’ जम्मू-कश्मीर में आतंकियों तक पहुंच गए हैं. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार से बचाने के लिए अब आतंकी एक दूसरे से संपर्क के लिए इनका इस्तेमाल कर रहे हैं. इस साल 26 अप्रैल को सोपोर में मारे गए दो आतंकियों और सुरनकोट में हुई मुठभेड़ में ढेर चार विदेश आतंकियों से अल्ट्रा सेट बरामद हुए थे.
अल्ट्रा सेट के आतंकियों के पास से मिलने से स्पष्ट है कि पाकिस्तानी सेना जम्मू-कश्मीर में अस्थिरता और हिंसा के लिए आतंकियों की घुसपैठ कराने, गोला-बारूद व हथियार और चीन निर्मित उपकरण मुहैया करा रही है. इनका इस्तेमाल पाकिस्तान की सेना खुद भी करती है.
व्हाइट नाइट कॉर्प के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि भारत में आतंक फैलाने का काम कौन कर रहा है यह दुनिया जानती हैं. आतंकी तो सिर्फ मोहरा हैं. पाकिस्तानी सेना आतंकियों को हथियार, ट्रेनिंग देने का काम पहले से ही करती रही है. ऐसे यह सेट देना कोई बड़ी बात नहीं है. इसमें बड़ी बात यह है कि इस हैंडसेट का इस्तेमाल आतंकी करते हैं तो उन्हें चीनी सेटेलाइट का इस्तेमाल करना पड़ता है यानी साजिश में अब सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं है.
ऐसे काम करता है दूरसंचार उपकरण अल्ट्रा सेट रेडियो तरंगों के आधार पर काम करता है. यह उपकरण चीन के सेटेलाइट आधारित हैं. इसमें कालिंग व मैसेजिंग दोनों सुविधाएं हैं. कोई भी दो अल्ट्रा सेट आपस में सीधे नहीं जुड़े होते. प्रत्येक अल्ट्रा सेट के माध्यम से पाकिस्तान में स्थित मास्टर सर्वर से जुड़ा होता है. इस सर्वर में संदेशों को डिकोड कर लक्षित जगह सेटेलाइट के माध्यम से पहुंचाया जाता है. एक तरह से अल्ट्रा सेट मोबाइल फोन और विशेष रेडियो सेट का मिश्रण है.