दुविधा बैंकों की शिकायतें ज्यादा, कार्रवाई कम हुई

बैंकों के कामकाज को लेकर देशभर में शिकायतें बढ़ी हैं. ग्राहक जिन मामलों को लेकर शिकायत कर रहे हैं, उनमें क्रेडिट कार्ड, बैंक गांरटी पत्र, गोपनीयता, मृत्यु के बाद दावों का समय पर निस्तारण न होने और बैंक कर्मियों के व्यवहार से संबंधित हैं.
शिकायतों का समय पर निस्तारण ने होने पर दिसंबर 2023 से मई 2024 तक बैंकों पर 22.83 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है. जनवरी से मार्च 2024 के बीच बैंकों के कामकाज को लेकर 74,584 शिकायतें मिली हैं. जबकि इससे पिछली तिमाही में 72,847 शिकायतें आई थीं.
इस साल की मार्च तिमाही में क्रेडिट कार्ड को लेकर 10,145 शिकायतें मिली जबकि उससे पिछली तिमाही में 9635 शिकायतें मिली थीं. ग्राहक क्रेडिट कार्ड में ब्याज दर बढ़ाकर लगाने या जुर्माने को लेकर ज्यादा परेशान हैं. मार्च तिमाही में 24,121 शिकायतें मिली हैं, जो उससे पहले की तिमाही में 18,180 रही थीं.
सहकारी बैंकों में नियमों की अनदेखी ज्यादा
आरबीआई के जुर्माने को देखा जाए तो सबसे ज्यादा सहकारी बैंक नियम तोड़ रहे हैं. जिन 161 मामलों में कार्रवाई की गई है उनमें 132 सहकारी बैंकों के हैं. वे उचित बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा प्रदान नहीं कर रहे. ग्राहकों की अन्य श्रेणी में आने वाली शिकायतों में बैंक गांरटी पत्र समय पर जारी न करने, ग्राहकों से जुड़ी गोपनीयता को भंग करने, मृत्यु के बाद नोमिनी के खाते में पैसा ट्रांसफर न करने और बैंक कर्मचारियों से जुड़ी शिकायतें शामिल हैं.