
लखनऊ. धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. एक ओर जहां उसकी आलीशान कोठी को जमींदोज करने के लिए दूसरे दिन बुधवार को भी बुलडोजर कार्रवाई जारी रही तो वहीं अब वह ईडी के शिकंजे में भी है. ईडी ने भी छांगुर बाबा से जुड़े धर्मांतरण मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है. जांच एजेंसी की लखनऊ इकाई ने इस मामले में ईसीआईआर (प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट), जो एफआईआर के समान है, दर्ज कर ली है. ईडी अब धर्मांतरण के इस मामले में मनी लॉन्ड्रंग के एंगल से जांच करेगी. ईडी बहुत जल्द इस मामले से जुड़े आरोपियों से पूछताछ भी करेगी. जांच एजेंसी का मुख्य ध्यान धर्मांतरण के विदेशी कनेक्शन और मनी ट्रेल का पता लगाने पर रहेगा. छांगुर बाबा के खिलाफ बुधवार को लगातार दूसरे दिन बुलडोजर एक्शन जारी रहा. बलरामपुर के मधपुर गांव में बनी आलीशान कोठी को मिट्टी में मिलाने की कार्रवाई चली. बलरामपुर एडिशनल एसपी विशाल पांडेय ने बताया कि छांगुर बाबा की कोठी पर बुधवार को भी 8 बुलडोजर लगे. कोठी बहुत मजबूत है. बाहर से पैसा आ रहा था. बाबा और उसके साथियों की बाकी प्रॉपर्टी की जांच हो रही है. कोठी काफी मजबूत है, जिसे बुलडोजर को तोड़ने में दिक्कत आ रही है. छांगुर बाबा इसी कोठी में अपने गैंग के लोगों के साथ रहता था और यहीं से बैठकर अवैध धर्मांतरण का काला साम्राज्य चलाता था.
सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाया गया
छांगुर बाबा के धर्मांतरण का ये अड्डा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाया गया था. यह कोठी गाटा संख्या-337/370 की जमीन पर बनी है. यह जमीन नीतू नवीन अरोड़ा उर्फ नसरीन के नाम से है. जमीन की पैमाइश पूरी होने के बाद बुलडोजर की कार्रवाई की गई.