Hariyali amavasya: जानें हरियाली अमावस्या पर क्या करें दान और कहां दीपक जलाना चाहिए?

कल हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। सावन मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहते हैं। इस दिन स्नान, दान और शिव पूजन और पितृों का तर्पण किया जाता है। सावन मास की हरियाली अमावस्या 24 जुलाई को मनाई जाएगी। इस दिन शिव पूजन का भी विशेष महत्व है, क्यों कि यह सावन की अमावस्या है, इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र, फल आदि अर्पित कर उनका रुद्राभिषेक कराना भी उत्तम रहता है। इस अमावस्या का नाम ही हरियाली अमावस्या है, इस दिन पेड़ लगाने से भी शुभ फल मिलता है। खासकर आम, आंवला, बड़ का पेड़ आदि लगाने चाहिए। इस दिन सबसे पहले स्नान करके काले तिल और जल से पितरों का तर्पण देना चाहिए, इससे पितर प्रसन्न होते हैं। इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। यहां हम आपको बताएंगे कि इस दिन क्या दान करना चाहिए और कहां दीपक जलाना चाहिए।
इस दिन कहां जलाएं दीपक
हरियाली अमावस्या के दिन पितरों के नाम की दीपदान बहुत शुभ माना जाता है। पितरों के लिए किसी तालाब या पवित्र नदी के किनारे अपने पितरों के नाम का दीपक जरूर जलाएं । इसके अलावा शाम के समय आप पीपल के पेड़ के पास भी दीपक जला सकते हैं, क्योंकि इसमें ब्रह्मा विष्णु, महेश तीनों देवताओं का वास माना जाता है। इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है।
क्या दान करें
24 जुलाई , सुबह 2:29 बजे से शुरू होगी और 25 जुलाई को रात 12:41 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार 24 जुलाई को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी। हरियाली अमावस्या पर स्नान करके अपने पितरों के निमित्त दान करना उत्तम है। इसमें आप जौ, तिल, अन्न का दान कर सकते हैं, इसके अलावा छाता, फल और गाय का दान करना भी उत्तम माना गया है। ग्रह दोषों के निवारण के लिए उड़द की दाल और काले तिल का दान करना शुभ होता है।