
जगदलपुर. बस्तर वैसे तो हर मौसम में खूबसूरत नजर आता है, लेकिन मानसून में इसकी हरियाली, झरनों की गरज और जंगलों की खुशबू कुछ और ही होती है. अब इसी अनछुए प्राकृतिक वैभव को लोगों तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने पहली बार मानसून ट्रैक के थीम पर टूरिस्ट बेस्ड कार्यक्रम शुरू किया है. इस पहल के लिए स्थानीय गाइड ट्रेंड किए गए हैं. वे पर्यटकों को बस्तर की प्राकृतिक धरोहर से रूबरू करवाएंगे. ट्रैकिंग, रिवर क्रॉसिंग, बर्ड वॉचिंग से लेकर ट्रायबल फूड और पौराणिक कथाओं तक का अनुभव एक ही जगह मिलेगा. बस्तर जिले की हरियाली, झरने और जंगलों का माहौल मानसून में देखते ही बनता है. इस मौसम में परिवार और दोस्तों के साथ बाहर घूमने-फिरने के साथ भरपूर मौज-मस्ती की जा सकती है. अगर आप वीकेंड पर मौसम का मजा लेने के लिए कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो बस्तर जिले के प्राकृतिक जलप्रपात चित्रकोट, तीरथगढ़, चित्रधारा, मेंदरीघूमर, तामड़ाघूमर, बीजाकसा, मिचनार ये जगहें न सिर्फ प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर हैं, बल्कि यहां मानसून ट्रैक और फोटोग्राफी के लिए भी बेहतरीन माहौल है.

आदिवासी समाज के बीच उनके खान-पान का आनंद मिलेगा
इस मानसून ट्रैक में स्थानीय आदिवासी संस्कृति, खान-पान, रहन-सहन, उनकी पौराणिक कथाएं भी सुनाई जाएंगी. बस्तर के जंगलों में गूंजती लोककथाएं, बोनफायर के बीच पारंपरिक व्यंजन का स्वाद लिया सकेगा. इसके अलावा बारिश में भीगते हुए जलप्रपात के नज़ारे का आनंद लिया जा सकता है. यही चीजें बस्तर को भारत का सबसे अलग टूरिज्म डेस्टिनेशन बना रहे हैं. पहली बार मानसून में इतने संगठित ट्रैकिंग प्रोग्राम की शुरुआत की जा रही है. वो भी पूरी सुरक्षा, प्रशिक्षित गाइड और स्थानीय समुदाय की भागीदारी के साथ इससे न सिर्फ पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि गाँवों में रोजगार भी पहुंचेगा.
फ्लाइट, ट्रेन और बस से देशभर की कनेक्टिविटी
मानसून ट्रैक को प्रशासन ने अन एक्सप्लोर्ड बस्तर अभियान के साथ जोडक़र बड़े स्तर पर शुरू किया है. पर्यटक अभी विशाखापट्टनम से रोजाना चलने वाली ट्रेन से यहां पहुंच सकते हैं. साथ ही हैदराबाद से डेली और दिल्ली से हफ्ते में दो बार चल रही फ्लाइट से भी आ सकते हैं. जगदलपुर रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर सहित हैदराबाद-विशाखापट्टनम से सीधी बस सेवा भी है. ट्रैकिंग कार्यक्रम की जानकारी के लिए 9109188567 और 8962991988 नंबर जारी किए गए हैं.
चित्रकोट सर्किट
चित्रकोट दंडामी रिसॉर्ट से करबहार (मिनी गोवा) तक 2 किमी का ट्रैक. बोटिंग, जलप्रपात का ऊपर से नजारा, शिवलिंग दर्शन.मेंदरीघुमर से तामड़ा घुमर (7 किमी), 150 फीट डाउनवर्ड ट्रैक, क्रोकोडाइल साइटिंग, नेचुरल स्वीमिंग, सेंडविच प्वाइंट, बर्ड वॉचिंग.
तीरथा से बीजाकसा
(2.5 किमी) ट्रैकिंग, बोटिंग कैम्प, बोनफायर, ट्रायबल फूड, तीरथा गांव की पौराणिक कहानियां. बीजाकसा से मेंदरी (8 किमी) वाटरफॉल, वैली व्यू, जंगल में जानवर और पक्षियों की साइटिंग. मिचनार हिल्स, माचकोट, तिरिया के जंगल और झीलें भी एडवेंचर लवर्स के लिए खोली जा रही हैं.
तीरथगढ़ से रानीदरहा
(3 किमी) तक वाइल्ड लाइफ, बर्ड वॉचिंग. मालकेव ट्रैक में मादरकोंटा से तीरथगढ़ (8 किमी) तक घना जंगल.