TCS में छंटनी का भूचाल, 12000 नौकरियां जाने का खतरा

भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर सोमवार को शुरुआती कारोबार में लगभग 2% गिरावट के साथ निफ्टी आईटी इंडेक्स में सबसे खराब प्रदर्शन करने वालों में शामिल हो गए। इसकी वजह है कंपनी द्वारा 2025-26 (FY26) में वैश्विक कर्मचारियों में 2% की कटौती की घोषणा।
शेयरों पर असर और बाजार का रिएक्शन
TCS के शेयर बीएसई पर ₹3,081.20 के निचले स्तर तक फिसले, जो 1.69% की गिरावट दर्शाता है। इस खबर ने पूरे आईटी सेक्टर को हिला दिया – इंफोसिस और विप्रो के शेयर भी 1% से अधिक गिरे, जिससे निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.6% टूटा। सुबह 9:40 बजे तक TCS शेयर ₹3,095.25 पर कारोबार कर रहा था।
क्यों हो रही है इतनी बड़ी छंटनी?
TCS ने FY26 में 12,261 पदों को काटने की योजना बनाई है, जिसका असर मुख्य रूप से मिडिल और सीनियर मैनेजमेंट के कर्मचारियों पर पड़ेगा। 30 जून 2025 तक कंपनी में कुल 6,13,069 कर्मचारी थे, जिनमें अप्रैल-जून तिमाही में 5,000 नए जोड़े गए थे।
सीईओ ने दिया सफाई
TCS के सीईओ के कृष्णिवासन ने स्पष्ट किया कि यह छंटनी कम काम होने की वजह से नहीं, बल्कि कौशल का मिसमैच और कर्मचारियों को तैनात करने में चुनौतियों के कारण हो रही है। उन्होंने मनीकंट्रोल को बताया – “हम योग्य प्रतिभा को नियुक्त और प्रशिक्षित करना जारी रखेंगे। यह तैनाती की व्यावहारिकता के बारे में अधिक है।” यह कदम TCS को एक “भविष्य के लिए तैयार संगठन” बनाने की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें AI और बाजार विस्तार पर जोर दिया जाएगा।
बेंच पॉलिसी में बदलाव
इससे पहले, TCS ने अपनी “बेंच पॉलिसी” (बिना प्रोजेक्ट के कर्मचारी रहना) में बदलाव किया था। अब कर्मचारियों को साल में कम से कम 225 बिलेबल दिन पूरे करने होंगे और बेंच पर बिताया गया समय 35 दिनों से कम होना चाहिए।
वित्तीय स्थिति और चिंताएं
अट्रिशन रेट (कर्मचारी छोड़ने की दर) जून 2025 तक 13.8% हो गई, जो पिछली तिमाही (13.3%) से अधिक है। सीएफओ ने इसे “चिंताजनक स्तर” बताया और शीर्ष प्रतिभा को बनाए रखने पर जोर दिया।
Q1 FY26 नतीजे
टीसीएस का पहली तिमाही में शुद्ध लाभ पिछली तिमाही की तुलना में 4.38% बढ़कर ₹12,760 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि राजस्व 1.6% घटकर ₹63,437 करोड़ रह गया।
TCS शेयर होल्डर्स के लिए डरावने आंकड़े
TCS का शेयर प्राइस पिछले समय में बाजार से बहुत पीछे रहा है:
पिछले 1 महीने: 10% गिरावट
पिछले 6 महीने: 23% से अधिक गिरावट
पिछले 1 साल: 30% की भारी गिरावट
पिछले 5 साल: सिर्फ 33% का मामूली रिटर्न