रायपुर के कारोबारी ने सरेंडर की 21.60 करोड़ अघोषित आय
रायपुर. राजधानी के लेमिनेट्स और फूड प्रोडक्ट कारोबारी लहरी लेमिनेट्स में गुरुवार दोपहर से शुरू की गई आयकर सर्वे की कार्रवाई शनिवार तड़के सुबह पूरी कर ली गई. दो दिनों तक चली कार्रवाई में आयकर अफसरों ने संस्थान के शहीद स्मारक स्थित कार्यालय और हीरापुर जरवाय स्थित फैक्ट्री की जांच की. टीम ने कम्प्यूटर रिकॉर्ड, कार्यालय और फैक्ट्री बिक्री के रिकॉर्ड की जांच कर अघोषित किए गए निवेश का आंकलन करा कर के कार्यालय में रखी फाइलों से खरीदी- आय का आंकलन किया है. फैक्ट्री में अघोषित आय की गणना की है.
प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त एमपी- सीजी के निर्देश पर मुख्य आयकर आयुक्त छत्तीसगढ़ के मार्गदर्शन में की गई सर्वे की कार्रवाई में फर्म के संचालकों ने आउट ऑफ बुक्स कारोबार के ढेरों प्रमाण मिले 21.60 करोड़ रुपए की अघोषित आय स्वीकार की है.
आयकर अफसरों को दो दिनों तक चली जांच में आउट ऑफ बुक्स कारोबार किए जाने के ढेरों प्रमाण मिले हैं. लूज पेपर्स और बिलों के आधार पर बुक्स के बाहर किए गए कारोबार का आंकलन किया गया है. जांच में मिले दस्तावेज और कम्प्यूटर रिकॉर्ड के आधार पर कच्चे में किए गए कारोबार का आंकलन कर अघोषित आय का निर्धारण किया गया है. बता दें कि आयकर कमिश्नरी रायपुर के बीस सदस्यीय टीम ने राजधानी स्थित लहरी लेमिनेट्स के शहीद स्मारक स्थित कार्यालय और हीरापुर जरवाय स्थित ठिकानों पर एक साथ दबिश दी थी. आयकर टीम के साथ पुलिस जवानों की दस सदस्यीय टीम भी मौजूद थी.