
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने घोषणा की कि यह चैटबॉट सर्विस भारत सहित 180 से अधिक देशों में शुरू की जा रही है. चैटबॉट बार्ड हिंदी, बांग्ला सहित 40 भाषाओं में काम करेगा. बता दें, चैटजीपीटी की बढ़ती उपलब्धि को देखते हुए बार्ड को लाया गया है. इस साल फरवरी में बार्ड पहली बार पेश हुआ था. गूगल ने कार्यक्रम में यूजर्स के लिए एआई से जुड़े कई टूल्स की घोषणा की.
गूगल की इन सेवाओं में होगा इस्तेमाल
गूगल बार्ड को डॉक्स, ड्राइव, जीमेल, मैप्स और अन्य प्रोडक्ट के साथ जोड़ेगा. यानी इन टूल्स में भी बार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे. वहीं एडोब फायरफ्लाई जैसे बाहरी टूल्स के साथ भी बार्ड काम कर सकेगा. इससे आसानी से और जल्दी से अपने रचनात्मक विचारों को उच्च क्षमता वाली इमेजेज में बदल सकेंगे.
चैटजीपीटी से यह किस तरह अलग है
● चैटजीपीटी पहले से मौजूद डाटा के आधार पर जवाब देता है, जबकि बार्ड लैंग्वेज मॉडल और डायलॉग एप्लिकेशन यानी एलएएमडीए से संचालित है.
● डाटा संग्रहण में चूक होने पर चैटजीपीटी गलत जानकारी दे सकता है, लेकिन एलएएमडीए से संचालित होने के कारण बार्ड ज्यादा सटीक जवाब दे सकता है.
● मशीन लर्निंग तकनीक पर आधारित चैटजीपीटी सवालों का जवाब देता है, वहीं बार्ड बड़े लैंग्वेज मॉडल की पावर, बुद्धिमत्ता से संयोजित है.
कैलिफोर्निया में गूगल आईओ 2023 ईवेंट में सीईओ सुंदर पिचाई ने चैटबॉट बार्ड प्रदर्शित किया, चैटजीपीटी की बढ़ती उपलब्धि को देखते हुए इसको लाया गया है