
राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण के फैसले से मिली राहत के बाद गो फर्स्ट एयरलाइंस 24 मई से अपनी उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने की योजना बना रही है. बताया जा रहा है कि कंपनी छोटे परिचालन के साथ 23 विमानों को फिर से शुरू कर सकती है.
दो मई तक कंपनी के 27 विमान परिचालन में थे. इससे पहले कंपनी ने 19 मई तक उड़ानें रद्द कर दी थीं. कंपनी ने दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने की अर्जी लगाई थी, जिसे न्यायाधिकरण ने स्वीकार कर लिया है. वहीं, इस आदेश के खिलाफ पट्टे पर विमान देने वाली दो और कंपनियों ने अपीलीय न्यायाधिकरण में याचिका दी है. वहीं, एसएमबीसी एविएशन कैपिटल लिमिटेड ने गो-फर्स्ट की अर्जी को ‘फर्जीवाड़ा’ करार दिया है.
हज उड़ानों का संचालन तीन अन्य कंपनियों को
सरकार ने गो-फर्स्ट की ओर से 10 भारतीय शहरों से संचालित की जाने वाली हज उड़ानों को इंडिगो और सऊदी अरब की दो एयरलाइंस को आवंटित करने का फैसला किया है. यह निर्णय गो फर्स्ट के परिचालन से जुड़ी अनिश्चितताओं को देखते हुए लिया गया है.