
नई दिल्ली. टाटा की एयरलाइन एयर इंडिया और विस्तारा के विलय में पेच फंस गया है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारीकरते हुए पूछा कि विस्तारा के साथ विलय के प्रस्ताव की जांच क्यों नहीं की जानी चाहिए. कंपनी को इस नोटिस का जवाब 30 दिन में देना होगा. अगर सीसीआई जवाब से संतुष्ट होता है तो मर्जर की मंजूरी मिल जाएगी.अगर सीसीआई जवाब से संतुष्ट नहीं होता है और जांच को आगे बढ़ाने का फैसला करता है तो टाटा के पास दो विकल्प बचेंगे. पहला विकल्प विस्तारा में अपनी हिस्सेदारी बेचने का होगा. वहीं, दूसरा विकल्प सीसीआई के पैमाने पर खरा उतरने का है. आपको बता दें कि टाटा नेअप्रैल में एयर इंडिया और समूह के ज्वाइंट वेंचर विस्तारा को सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) के साथ विलय करने के लिए सीसीआई की मंजूरी मांगी थी.