च्वाइस सेंटर संचालक बना रहा था फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, मामला दर्ज
रायपुर। Raipur Crime News फर्जी दस्तावेज के सहारे लाखों रुपये की सहायता राशि दिलाने का मामला सामने आया है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने च्वाइस सेंटर संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज के रचने की धारा के तहत अपराध कायम किया है। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। उसके पास से श्रम विभाग के फर्जी कार्ड, विभाग की सील, प्रिंटर, कंप्यूटर सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है कि कितने लोगों के श्रम कार्ड जारी किए हैं। आरोपित कब से काम कर रहा था। जल्द ही पुलिस मामले का राजफाश करेगी।
सिविल लाइन पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार थाने में श्रम विभाग की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। विभाग को जानकारी मिली कि फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाकर मिनीमाता, महतारी जतन योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि दिलवाई जा रही है। विभाग ने पहले अपने स्तर पर इसकी पड़ताल की तो पता चला। इस पर थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित च्वाइस सेंटर संचालक द्वारा फर्जी दस्तावेजों के सहारे श्रम कार्ड भी बनाया जा रहा है। आरोपित श्रम कार्ड अन्य कार्ड बनाने के नाम पर लोगों से रकम भी वसूल रहा था।
कई अन्य जांच के दायरे में
छत्तीसगढ़ भवन एवं सन्न निर्माण मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल ने बताया कि सभी कलेक्टरों को च्वाइस सेंटरों की जांच के लिए निर्देशित किया गया है। सभी जिलों में इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। अब तक लगभग 40 से ज्यादा सेंटरों की आइडी ब्लाक की गई है। वहीं आगे भी जांच जारी है। ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।