यहां प्रधानमंत्री को करना था भूमिपूजन, अफसरों ने खुद ही कर लिया, सांसद-विधायक भी नहीं थे मौजूद
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना में चयनित जगदलपुर स्टेशन में निर्माण कार्यो के लिए रेलवे के स्थानीय अधिकारियों ने 11 अगस्त को गुपचुप तरीके से भूमिपूजन कर लिया। सुबह नौ बजे स्टेशन में आयोजित इस अनुष्ठान में वाल्टेयर रेलमंडल के मंडल अभियंता अभिषेक कुमार, सहायक मंडल अभियंता मुकुट सिंह, वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर कार्य मनोज कुमार तिवारी और निर्माण कार्य का ठेका लेने वाली कंपनी का एक प्रतिनिधि शामिल था। भूमिपूजन-शिलान्यास कार्यक्रम से सांसद दीपक बैज व स्थानीय विधायक रेखचंद जैन कोे भी अलग रखा गया। इन्हें सूचना तक नहीं दी गई। स्टेशन प्रबंधक सहित स्टेशन में कार्यरत किसी अन्य कर्मचारियों को भी इस पूरे आयोजन की भनक तक नहीं लगी। सुबह नौ बजे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर आयोजित अनुष्ठान में निर्माण विभाग से जुड़े चार पांच अधिकारी-कर्मचारी ही शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि देश के 1275 रेलवे स्टेशनों का चयन अमृत भारत स्टेशन योजना के लिए किया गया है। इनमें पहले चरण में 508 स्टेशनों में काम शुरू करने छह अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से भूूमिपूजन-शिलान्यास किया था। इस कार्यक्रम में वाल्टेयर रेलमंडल के अंतर्गत अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल 15 स्टेशनों में तीन विजयनगरम, दुवाड़ा और दामनजोड़ी को शामिल किया गया था। यहां उन क्षेत्रों के सांसद, विधायक व अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था।
प्रधानमंत्री द्वारा दूसरे चरण में आगामी दिनाें में बचे हुए स्टेशनों के लिए वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसके पहले ही 11 अगस्त को जगदलपुर में रेलवे के अधिकारियों ने गुपचुप तरीके से शिलान्यास-भूमिपूजन का कार्यक्रम निपटा लिया। मामला उजागर होने के बाद अधिकारी अब एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। रेलवे के स्थानीय सूत्रों ने बताया कि लगभग छह करोड़ के निर्माण कार्य के लिए निविदा जारी की गई थी। काम निजी एजेंसी को आबंटित हुआ है। निर्माण एजेंसी के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
मुझे आमंत्रित किया गया इसलिए शामिल हुआ
धार्मिक अनुष्ठान में शामिल सहायक मंडल अभियंता मुकुट सिंह से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में रेलमंडल मुख्यालय के अधिकारियों से चर्चा कर लें क्योंकि वे बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। उन्हें भूमिपूजन-शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था इसलिए वे शामिल हुए।
सांसद को जानकारी नहीं देना गलत परंपरा
सांसद दीपक बैज के स्थानीय प्रतिनिधि सुशील मौर्य का कहना है कि सांसद-विधायक को कार्यक्रम से अलग रखना गलत परंपरा है। रेलवे के स्थानीय अधिकारी पहले भी ऐसा करते रहे हैं। इसकी शिकायत रेलवे के उच्चाधिकारियों से की जाएगी।
सभी को आमंत्रित करना था
स्टेशन सलाहकार समिति के सदस्य प्रकाश बोथरा का कहना है कि अमृत भारत स्टेशन योजना महत्वकांक्षी योजना है। योजना के अंतर्गत विकास कार्यो को शुरू करने गुपचुप तरीके से कार्यक्रम आयोजित करने की जरूरत नहीं थी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व स्टेशन सलाहकार समिति के सदस्याें को आमंत्रित करना था।