नई दिल्ली. जुलाई माह के खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को जारी होने हैं. इस मामले पर पैनी नजर रखने वाले 19 अर्थशास्त्रित्त्यों के मिंट के सर्वेक्षण के अनुसार, सब्जियों की कीमतों में वृद्धि के कारण, भारत की खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई में छह महीने के उच्चतम स्तर 6.50 पर पहुंचने की संभावना है.
दो अर्थशास्त्रित्त्यों को छोड़कर सभी को उम्मीद है कि मुद्रास्फीति 6 यानी भारतीय रिजर्व बैंक की ऊपरी सहनशीलता सीमा से अधिक हो जाएगी. यह आंकड़ा जून महीने में 4.81 पर था. सर्वेक्षण में उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति 5.5-7.5 की सीमा में रहने की भविष्यवाणी की गई है.
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्रत्त्ी अदिति नायर ने कहा, सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी जुलाई की खुदरा मुद्रास्फीति को एमपीसी के 6.0 ऊपरी सीमा से काफी ऊपर धकेलने के लिए तैयार है. उन्होंने उम्मीद जताई कि खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर 2023 तक 6.0 से नीचे आ जाएगी. बार्कलेज में अर्थशास्त्रत्त्ी राहुल बाजोरिया ने कहा, हमें लगता है कि कीमतों में बढ़ोतरी का मौजूदा दौर, भले ही अस्थायी कारकों से प्रेरित हो. लेकिन इससे रिजर्व बैंक की महंगाई को लेकर चिंता वाजिब है.