रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 17 जनवरी से होगा शुरू
अयोध्या . श्रीरामजन्म भूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर में विराजित होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का पांच दिवसीय अनुष्ठान का मुहूर्त 17 जनवरी से शुरू होगा.
22 जनवरी को रामलला को गर्भगृह के महापीठ पर प्रतिष्ठित कर दिया जाएगा. विद्वानों की टोली में शामिल काशी के मूर्धन्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के उत्तराधिकारी पंडित जय कृष्णा दीक्षित ने बताया अनुष्ठान का श्रीगणेश श्रीरामजन्म भूमि परिसर में ईशान कोण पर फकीरे राम मंदिर में शुरू होगा. यह निर्णय सोमवार को काशी से आए विद्वान आचार्यों ने लिया है. कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती महाराज की ओर से ज्योतिष व कर्मकांड के आचार्यों को यहां भेजा गया था.इन्होंने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए पूजन स्थल का चयन किया. यह स्थान उत्तर- पूर्व की दिशा जो वास्तु की दृष्टि से ईशान कोण कहलाता है, में स्थित फकीरे राम मंदिर है.
गर्भगृह में नक्काशीदार पत्थरों से फर्श निर्माण शुरू
श्रीरामजन्म भूमि में निर्माणाधीन दिव्य मंदिर के गर्भगृह में नक्काशी दार मार्बल पत्थरों से फर्श का निर्माण शुरू हो गया है. इसके पहले फर्श की मैपिंग कराकर मार्बल पर नक्काशी का काम परिसर में किए जाने की तैयारी थी पर प्रथम तल के निर्माण के लिए की गई शटरिंग नहीं हटने से काम में विलंब हो गया. इस पर तीर्थ क्षेत्र ने निर्णय लिया है कि मार्बल पर नक्काशी का काम पत्थरों की आपूर्ति कर्ता फर्म से ही कराया जाए. फर्म ने निर्धारित डिजाइन के मुताबिक नक्काशी दार मार्बल की आपूर्ति शुरू की है.
देशभर के 150 पंथ संप्रदाय के धर्माचार्य शामिल होंगे
अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे दिव्य मंदिर में अगले वर्ष 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश भर के 150 पंथ संप्रदाय के धर्माचार्य शामिल होंगे.
इन सम्प्रदायों के 2 हजार संतों को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र आमंत्रित करेगा. सोमवार को तीर्थ क्षेत्र के रामकोट स्थित कार्यालय पर विश्व हिन्दू परिषद की केंद्रीय और क्षेत्रीय पदाधिकारियों की दो चल रही दो दिवसीय बैठक के दूसरे दिन यह फैसला लिया गया. बैठक में कई अन्य फैसले भी लिए गए. कहा गया कि संत- धर्माचार्यो सें विहिप का संत संपर्क विभाग सीधे संपर्क कर उन्हें प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आमंत्रित करेगा. यह संत भिन्न पंथ संप्रदाय और जातियों से संबंधित होंगे.
बैठक में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जन की सहभागिता व संगठन को इस कार्यक्रम के माध्यम से गतिशील रखने को लेकर मंथन हुआ. पदाधिकारियों का मानना है मंदिर निर्माण समर्पण निधि कार्यक्रम की भांति प्राणप्रतिष्ठा समारोह से देशभर के पांच लाख गांवों को जोड़ा जाय.
22 जनवरी को रामलला को गर्भगृह के महापीठ पर प्रतिष्ठित किया जाएगा, अनुष्ठान का श्रीगणेश श्रीरामजन्म भूमि परिसर में ईशान कोण पर फकीरे राम मंदिर में शुरू होगा .