नई दिल्ली:केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए कमर कस ली है. इसी के तहत राज्य में अतिरिक्त बल की तैनाती की जा रही है. 3,000 से अधिक सीएपीएफ के जवान ओडिशा से छत्तीसगढ़ में तैनात किए जाएंगे.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि माओवाद विरोधी अभियान उनके आखिरी गढ़ों में चलाया जा रहा है. ज्ञात हो कि शाह ने 1 दिसंबर को झारखंड के हजारीबाग में बीएसएफ जवानों की 59वीं वर्षगांठ पर उन्हें संबोधित करते हुए कहा था कि बीएसएफ, सीआरपीएफ और आईटीबीपी जैसे बलों द्वारा वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ आखिरी प्रहार प्रक्रिया में है. सूत्रों के अनुसार, बीएसएफ को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में छह नए सीओबी या कंपनी ऑपरेटिंग बेस बनाने का निर्देश दिया गया है. जिसमें शुरुआत में ओडिशा के मलकानगिरी में स्थित अपनी एक बटालियन को अंतर-राज्य सीमा के पार ले जाया जाएगा.